योगी के ‘बंटेंगे’ के बयान का विरोध कर फंसे अजित पवार, उद्धव ठाकरे ने साधा निशाना

महाराष्ट्र में महायुति की सहयोगी पार्टी एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे के बयान का विरोध किया है. अजित पवार योगी के बयान का विरोध कर घिर गये हैं. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को उनके बयान को लेकर उन पर निशाना साधा.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि अजित पवार के उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान का विरोध यह दर्शाता है कि सत्तारूढ़ महायुति में कोई एकता नहीं है.

बुलढाणा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि अजित पवार द्वारा सीएम योगी के बयान को अस्वीकार से साफ है कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की पार्टियों में कोई एकता नहीं है. उन्होंने साफ कहा कि महाराष्ट्र को यूपी के मुख्यमंत्री से कोई और किसी तरह की सबक सीखने की जरूरत नहीं है.

बंटेंगे तो कटेंगे पर बयान देकर बैकफुट पर अजित

योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र में अपनी चुनावी सभा में ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा लगाया था, लेकिन भाजपा के सहयोगी और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने उनके बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के लोग इस तरह की टिप्पणियों को पसंद नहीं करते हैं और राज्य के लोगों ने हमेशा यहां सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की कोशिश की है.

बता दें कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भाजपा, शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी एक साथ चुनाव लड़ रही है. उनका मुकाबला महाविकास अघाड़ी के कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) से है.

ठाकरे ने लगाया विश्वासघात का आरोप

ठाकरे ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा को चुनाव के दौरान प्रचार के लिए राज्य के बाहर से नेताओं को लाना पड़ रहा है. उद्धव ठाकरे ने एनसीपी पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में प्यार करने वालों एवं धोखा देने वालों के बीच मुकाबला है. महायुति सरकार महाराष्ट्र के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकारों में से एक है. उन्होंने शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाने में भी भ्रष्टाचार किया और इस कारण प्रतिमा गिर गई.

ठाकरे ने ऐलान किया कि अगर राज्य में महाविकास अघाड़ी सत्ता में आती है, तो उनकी महाविकास अघाड़ी सरकार हर जिले में शिवाजी महाराज के मंदिर बनाएगी. उस मंदिर से शिवाजी की शिक्षाओं को उजागर करेंगे कि कैसे शासन करना है और महिलाओं का सम्मान करना है.

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