भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे यशस्वी जायसवाल इस समय टीम इंडिया के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक हैं. यशस्वी जायसवाल के एक बड़े भाई भी हैं, जिनका नाम तेजस्वी जायसवाल है. वह जायसवाल से तकरीबन 4 साल बड़े हैं. छोटे भाई यशस्वी की ही तरह तेजस्वी भी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. तेजस्वी जायसवाल ने इसी साल रणजी ट्रॉफी से अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की है. वह घरेलू क्रिकेट में त्रिपुरा के लिए खेलते हैं. वह अपने शुरुआती दो मैचों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे. लेकिन बड़ौदा के खिलाफ खेले जा रहे मैच में वह एक शानदार पारी खेलने में कामयाब रहे. उन्होंने बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी अपनी छाप छोड़ी.
जायसवाल के भाई की दमदार पारी
तेजस्वी जायसवाल ने बड़ौदा के खिलाफ तीसरे नंबर पर खेलते हुए एक शानदार अर्धशतक जड़ा. इस पारी के दौरान उन्होंने अर्धशतक तक पहुंचने के लिए 60 गेंदों का सामना किया. हालांकि वह शतक जड़ने से चूक गए. वह 82 रन बनाकर लेग स्पिनर शिवालिक शर्मा का शिकार बने. तेजस्वी जायसवाल ने अपनी इस पारी में 12 चौके और 1 छक्का भी जड़ा. बता दें, ये उनके फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी पारी भी है. इससे पहले उन्होंने मेघालय के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 13 रन की पारी खेली थी. इसके बाद वह मुंबई के खिलाफ सिर्फ 4 रन ही बना सके थे. लेकिन इस बार वह क्रीज पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताने में कामयाब रहे.
बता दें, 27 साल के तेजस्वी जायसवाल एक तेज गेंदबाज भी हैं. उन्होंने बड़ौदा के खिलाफ पहली पारी में कुल 14 ओवर गेंदबाजी भी की. तेजस्वी जायसवाल ने इस दौरान सिर्फ 29 रन खर्च किए और 1 बल्लेबाज को अपना शिकार भी बनाया. खास बात ये रही कि उन्होंने ओपनिंग बल्लेबाज को आउट किया और ये उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट का पहला विकेट भी था.
त्रिपुरा ने मुकाबले में बनाई अपनी पकड़
दोनों टीमों बीच खेले जा रहे इस मैच में त्रिपुरा की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. उनका ये फैसला सही साबित हुआ. बड़ौदा की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 82.2 ओवर ही खेल सकी और 235 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इसके जवाब में त्रिपुरा की टीम ने अपनी पहली पारी में 7 विकेट के नुकसान पर 482 रन बनाए और पारी घोषित की. मुकाबले में 3 दिन का खेल भी पूरा होने वाला है. ऐसे में बड़ौदा के लिए इस मुकाबले में अब वापसी करना ना के बराबर नजर आ रहा है.