Ruturaj Gaikwad Hundred In Vijay Hazare Trophy 2025-26: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के एक रोमांचक मुकाबले में महाराष्ट्र के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने उत्तराखंड के खिलाफ शानदार शतकीय पारी खेलकर अपनी टीम को संकट से बाहर निकाला और एक दमदार जीत दिलाई. जयपुर में खेले गए इस मैच में महाराष्ट्र की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम एक समय 50 रन पर अपने तीन विकेट गंवा चुकी थी. ऐसे में नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने उतरे ऋतुराज गायकवाड़ ने एक यादगार पारी खेली, जिसने टीम की मैच में वापसी करवाई और जीत भी दिला दी.
ऋतुराज गायकवाड़ के दम पर जीती महाराष्ट्र
ऋतुराज गायकवाड़ ने एक अहम समय पर कप्तानी पारी खेली. उन्होंने 113 गेंदों का सामना करते हुए 124 रन ठोके. उनकी इस पारी में 12 चौके और 3 छक्के शामिल रहे, जिसकी बदौलत महाराष्ट्र की टीम 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 331 का मजबूत स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही. ऋतुराज की यह पारी टीम के लिए संजीवनी साबित हुई और उन्होंने अंत तक बल्लेबाजी करते हुए टीम को बड़े टोटल तक पहुंचाया. ऋतुराज गायकवाड़ के अलावा सत्यजीत बच्छाव ने भी 56 रनों की एक दमदार पारी खेली और रामकृष्ण घोष ने 47 रनों का योगदान दिया.
इस टारगेट के जबाव में उत्तराखंड की बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही. उत्तराखंड की टीम 43.4 ओवर में 202 रन बनाकर ढेर हो गई. टीम की ओर से सौरभ रावत ने सबसे ज्यादा 56 रन बनाए. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज 40 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सका, जिसके चलते महाराष्ट्र ने ये मैच 129 रनों से अपने नाम कर लिया. महाराष्ट्र की ओर से राजवर्धन हंगरगेकर और सत्यजीत बच्छाव ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट चटकाए. वहीं, रामकृष्ण घोष और सिद्धेश वीर को 2-2 सफलता मिलीं.
श्रेयस अय्यर के लिए बने खतरा
यह शतक ऋतुराज गायकवाड़ के लिए बेहद खास है, क्योंकि हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल शतक लगाया था. वहीं, अब न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज से पहले यह प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए अच्छे संदेश लेकर आया है. ऋतुराज गायकवाड़ ने इस पारी से न्यूजीलैंड सीरीज के लिए भी अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है. उन्होंने ये पारी चौथे नंबर पर खेलते हुए खेली है. जो भारतीय वनडे टीम में श्रेयस अय्यर का नंबर है. लेकिन श्रेयस अय्यर फिलहाल चोट के चलते टीम इंडिया से बाहर हैं. ऐसे में श्रेयस के लिए टीम में वापसी करने आसान नहीं रहने वाला है. ऋतुराज गायकवाड़ अपनी जगह पक्की करने में लगे हुए हैं.