नई दिल्ली. वैभव सूर्यवंशी की टीम इंडिया ए का एशिया कप राइजिंग स्टार्स के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया. भारतीय टीम को बांग्लादेश ने रोमांचक सुपर ओवर मैच में हरा दिया. बांग्लादेश ए का सामना अब पाकिस्तान ए और श्रीलंका ए के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा.
फाइनल रविवार को खेला जाएगा. इंडिया ए ने सुपर ओवर में कप्तान जितेश शर्मा, आशुतोष शर्मा और रमनदीप सिंह को उतारने का अजीब फैसला लिया जबकि वैभव सूर्यवंशी और प्रियांश आर्य फॉर्म में थे. हार के बाद जितेश शर्मा ने कहा कि वैभव और और प्रियांश को इसलिए सुपर ओवर में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा गया क्योंकि वे दोनों पॉवरप्ले के मास्टर हैं.
जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) ने हार के बाद कहा, ‘वे पावरप्ले के मास्टर हैं (वैभव और प्रियांश) लेकिन डेथ ओवरों में मैं. आशु और रमन ऐसे हैं जो अपनी मनमर्जी से हिट कर सकते हैं. यह टीम का फैसला था और मेरा फैसला (सुपर ओवर के लिए लाइनअप). वह लेफ्टी लड़का जिसने इनिंग्स खेली, ऐसे शॉट खेलने में कमाल का है, उनका भविष्य भी कमाल का है.’

जितेश शर्मा ने वैभव सूर्यवंशी को सुपर ओवर में नहीं भेजने की वजह बताई.
सूर्यवंशी ने मंडल के पहले ओवर में 19 रन बनाए
बांग्लादेश ए ने 20 ओवर में 6 विकेट पर 194 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम का स्कोर भी बराबर रहा जिससे मैच सुपर ओवर तक खिंच गया. जितेश और आशुतोष को तेज गेंदबाज रिपोन मंडल ने सुपर ओवर में खाता खोलने का मौका दिए बिना आउट कर दिया. बांग्लादेश ने पहली गेंद पर यासिर अली का विकेट गंवाया लेकिन लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने अगली गेंद वाइड डाल दी जिससे बांग्लादेश को जीत मिली. इससे पहले, इंडिया ए के लिए सूर्यवंशी ने 15 गेंद में 38 और आर्य ने 23 गेंद में 44 रन बनाए. भारत के 50 रन 19 गेंद में ही बन गए थे. सूर्यवंशी ने मंडल के पहले ओवर में 19 रन बनाए जिसमे दो छक्के और एक चौका शामिल था. इसके बाद ऑफ स्पिनर मेहराब हसन को लगातार दो छक्के जड़े.
‘क्रिकेट के लिहाज से यह एक अच्छा गेम रहा’
जितेश शर्मा ने कहा, ‘क्रिकेट के लिहाज से यह एक अच्छा गेम रहा. हमारे लिए यह अच्छी सीख है. मैं सारी जिम्मेदारी लूंगा. एक सीनियर होने के नाते मुझे मैच को खत्म करके आना चाहिए था. यह सीखने के बारे में है, हारने के बारे में नहीं. आपको कभी नहीं पता कि यही खिलाड़ी किसी दिन इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीत सकते हैं.टैलेंट के मामले में वे आसमान छू रहे हैं. यह सब सीखने और एक्सपीरियंस के बारे में है.’ जितेश शर्मा सुपर ओवर में खुद बैटिंग के लिए उतरे. लेकिन पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर वह पवेलियन लौट गए. अगली गेंद पर आशुतोष शर्मा भी जीरो पर आउट हो गए. कप्तान और कोच इस समय सवालों के घेरे में है.
वैभव सूर्यवंशी को अब्दुल सकलेन ने आउट किया
वैभव सूर्यवंशी को अब्दुल सकलेन ने आउट किया. और भारत की रनगति पर भी अंकुश लग गया. प्रियांश आर्य ने ऑफ स्पिनर रकीबुल हसन की गेंद पर डीप में आलम को कैच थमाया. जितेश (33) और नेहाल वढेरा ( नाबाद 32) ने चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े. भारत का स्कोर 14 . 5 ओवर में तीन विकेट पर 150 रन था.

जितेश के आउट होने के समय भारत को 30 गेंद में 45 रन चाहिए थे
जितेश के आउट होने के समय भारत को 30 गेंद में 45 रन चाहिए थे जबकि रमनदीप, आशुतोष और वढेरा जैसे बल्लेबाज मौजूद थे. इनमे से कोई आखिरी पांच ओवरों में कमाल नहीं कर सका. आखिरी ओवर में भारत को 16 रन और आखिरी गेंद पर चार रन चाहिये थे और लग रहा था कि बांग्लादेश आसानी से जीत गया लेकिन विकेटकीपर अली की गलती से भारत ने तीन रन निकालकर मैच सुपर ओवर में खिंचा.