Ravindra Jadeja Dropped: वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन करने वाले टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बड़ा झटका दिया है. अहमदाबाद टेस्ट मैच में प्लेयर ऑफ द मैच बने रवींद्र जडेजा का जश्न एक घंटे के अंदर उस समय फीका पड़ गया, जब उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई. टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौर 19 अक्टूबर से शुरू होगा. इस दौरान टीम इंडिया में रोहित शर्मा और विराट कोहली को जगह दी गई है.
रवींद्र जडेजा को लगा बड़ा झटका
अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने नाबाद 104 रनों की पारी खेली. इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में 13 ओवर में केवल 54 रन देकर 4 विकेट हासिल किए. इसकी वजह से वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट मैच में पारी और 140 रनों से बड़ी हार झेलनी पड़ी.
रवींद्र जडेजा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, लेकिन उनका ये जश्न एक घंटे के अंदर फीका पड़ गया, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उन्हें टीम इंडिया की वनडे टीम में जगह नहीं दी गई. रवींद्र जडेजा ने आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में नीली जर्सी में खेले थे.
जडेजा ने इस दिन खेला था आखिरी वनडे
दुनिया के नंबर-एक टेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में आखिरी बार खेले थे. इस मुकाबले में उन्होंने एक विकेट हासिल किए थे, जबकि नाबाद 9 रन बनाए थे. टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था.
हालांकि इस टूर्नामेंट में रवींद्र जडेजा का प्रदर्शन काफी फीका था. उन्होंने 5 मैचों में केवल 5 विकेट ही हासिल कर पाए थे, जबकि उनके बल्ले से केवल 27 रन निकले थे. शायद इसी प्रदर्शन को देखते हुए सेलेक्टर ने उन्हें वनडे टीम में जगह नहीं दी, लेकिन चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने इसकी दूसरी वजह बताई है.
अजीत अगरकर ने क्या कहा?
चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने टीम की घोषणा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जडेजा को आराम देना उनकी क्षमताओं या फॉर्म का नतीजा नहीं बल्कि एक रणनीतिक फैसला था. कुलदीप यादव और वॉशिंगटन सुंदर के टीम में पहले से ही मौजूद होने के कारण भारत तीन मैचों की छोटी सीरीज के लिए तीन स्पिनरों को लेकर नहीं जा सकता था.
उन्होंने आगे कहा कि देखिए, इस समय ऑस्ट्रेलिया में दो बाएं हाथ के स्पिनरों को ले जाना संभव नहीं है. जडेजा अपनी क्षमता को देखते हुए स्पष्ट रूप से टीम में हैं, लेकिन जगह के लिए थोड़ी कंपटिशन होगी. ऐसा नहीं है कि वह दौड़ से बाहर हैं.