भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 के मुकाबले ‘हैंडशेक’ विवाद से ही घिरे रहे. पहले ही मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाने से मना कर दिया था, जिस पर भारी विवाद हुआ और मामला मैच रेफरी और ICC तक पहुंच गया था. मगर ऐसा लगता है कि पाकिस्तानी टीम और उसके कप्तान सलमान अली आगा अभी तक उससे उबरे नहीं हैं. शायद इसलिए ही उन्होंने भारत के खिलाफ फाइनल से पहले उन्होंने फिर ये मुद्दा छेड़ दिया और इस दौरान अपने पिता का भी जिक्र करने लगे.
रविवार 28 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का फाइनल खेला जाएगा. एशिया कप के इतिहास में ये पहला ही मौका है जब भारत और पाकिस्तान के बीच खिताबी मुकाबला खेला जा रहा है. ऐसे में इस मैच को लेकर अलग उत्साह और उत्सुकता है. उत्सुकता इस बार इसलिए भी है क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव का असर इस टूर्नामेंट में भी दिखा है, जिसकी शुरुआत पहले ही मैच में भारतीय टीम के पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने से हुई थी.
भारत-पाकिस्तान के ग्रुप मैच में हाथ न मिलाने पर बड़ा विवाद मचा था लेकिन इसके बाद अगले मैच में भी यही स्थिति बनी रही और फाइनल में भी ‘हैंडशेक’ नहीं दिखेगा. मगर जहां इसको लेकर चर्चा लगभग खत्म हो गई थी, वहीं फाइनल से एक दिन पहले पाकिस्तानी कप्तान सलमान ने फिर इसका जिक्र कर दिया. मैच से पहले 27 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मैं 2007-08 से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहा हूं, अंडर-16 के वक्त से खेल रहा हूं. मैंने आज तक नहीं देखा कि किसी टीम ने हाथ न मिलाया हो.”
अपनी बात पर जोर देने के लिए सलमान आगा ने पिता का भी जिक्र किया और कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच पुराने वक्त में भी ऐसी नौबत नहीं आई. आगा ने कहा, “मैं काफी वक्त से खेल रहा हूं. मेरे अब्बू भी क्रिकेट के बड़े फैन हैं और मुझसे 20 साल पहले से वो भी क्रिकेट देख रहे हैं लेकिन उन्होंने भी ऐसी किसी बात के बारे में नहीं बताया. यहां तक कि भारत-पाकिस्तान के हालात जब पहले भी खराब थे, तब भी हमने हाथ मिलाए थे.”
इतना ही नहीं, भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच पिछले मैच में काफी गरमा-गर्मी देखने को मिली थी और ऐसा लगता है कि फाइनल में भी ये जारी रह सकती है. सलमान आगा ने साफ कह दिया कि वो अपने खिलाड़ियों को नहीं रोकेंगे. पाक कप्तान ने कहा, “हर किसी को अपने जज्बात जाहिर करने का हक है. अगर किसी तेज गेंदबाज को भावनाओं के इजहार से रोकेंगे तो क्या रह जाएगा? मैं किसी को रोकने नहीं वाला बशर्ते ये अपमानजनक न हो.”