अंपायरिंग है या मजाक? टीम इंडिया से छीने 3 विकेट, कप्तान हरमनप्रीत ने भी की गलतियां

भारत और श्रीलंका में चल रहे ICC विमंस वर्ल्ड कप 2025 में किसी न किसी तरह का ड्रामा हो रहा है. भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में भी ये सिलसिला जारी रहा, जहां खास तौर पर अंपायरिंग विवादों के घेरे में आई. इस मैच में तैनात फील्ड अंपायर और थर्ड अंपायर ने ऐसी गलतियां की, जिसने हर किसी को चौंका दिया. खास तौर पर टीम इंडिया इसकी शिकार हुई, जिसे 3 बार अंपायर के गलत फैसलों का शिकार बनना पड़ा. वहीं भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी इसमें योगदान दिया और DRS को लेकर कई गलतियां की.

कोलंबों में रविवार को खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की और 247 रन बनाए. इसके जवाब में जब पाकिस्तानी टीम बैटिंग के लिए उतरी तो पहले ओवर में ही ड्रामा शुरू हो गया. भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह की तीसरी ही गेंद पर LBW की जोरदार अपील हुई लेकिन अंपायर ने इसे नॉट आउट दिया. मगर कुछ देर बाद जब रिप्ले दिखा तो उसमें साफ नजर आ रहा था कि गेंद स्टंप पर लगती और ये आउट होना चाहिए था.

अब एक बार तो गलती होना लाजिमी है लेकिन अगले 5 ओवर के अंदर फिर ऐसी नौबत आई और दो बार अंपायर ने गलत फैसले दे दिए. दूसरी बार ये हुआ चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर. क्रांति गौड की इस गेंद पर पाकिस्तानी बल्लेबाज मुनीबा अली के खिलाफ LBW की अपील हुई लेकिन अंपायर ने यहां भी नॉट आउट दिया. इस बार भी रिप्ले में साफ दिखा कि गेंद स्टंप की लाइन पर थी, पैड पर इम्पैक्ट भी लाइन पर ही था और ये विकेट पर लग रही थी. यानि तीनों मोर्चों पर लाल बत्ती जल रही थी और इसे आउट दिया जाना चाहिए था.

फिर छठे ओवर में भी यही कहानी दोहराई गई. एक बार फिर क्रांति ही गेंदबाज थीं और उनके ओवर की पांचवीं गेंद पर सिदरा अमीन के खिलाफ LBW की अपील टीम इंडिया ने की लेकिन इस बार भी नॉट आउट दे दिया गया और फिर रिप्ले में वही 3 रेड लाइट दिखाई दीं. जाहिर तौर पर शुरुआती 6 ओवर के अंदर 3 गलत फैसलों से अंपायरिंग पर सवाल उठने स्वाभाविक हैं और इसने टीम इंडिया को निराश भी किया.

मगर जहां अंपायरिंग बेहद खराब रही तो वहीं कप्तान हरमनप्रीत कौर समेत पूरी टीम की भी गलतियां रहीं, जिन्होंने इन तीनों मौकों पर DRS का सही इस्तेमाल नहीं किया. पाकिस्तानी पारी की पहली ही गेंद पर LBW की अपील हुई थी, जिसे अंपायर ने नॉट आउट दिया था. मगर टीम इंडिया ने इस पर DRS ले लिया, जबकि शुरू से ही दिख रहा था कि गेंद लेग स्टंप से बाहर जा रही थी. रिप्ले में अंपायर का फैसला सही साबित हुआ और एक रिव्यू खराब हो गया. इस गलती के डर से टीम इंडिया ने सही मौकों पर रिव्यू नहीं लिए.

मगर इसके बाद भी कप्तान कौर ने गलती की. लगातार 3 मौके गंवाने के बाद चौथी बार हरमनप्रीत ने रिव्यू ले लिया और इस बार वही हुआ जो पारी की पहली गेंद पर हुआ था. भारतीय टीम ने लेग स्टंप के बाहर विकेट के पीछे कैच की अपील की थी, जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया था. हरमनप्रीत ने रिव्यू लिया और रिप्ले में साफ दिखा कि गेंद बैट के पास भी नहीं थी. इस तरह जहां खराब अंपायरिंग ने टीम इंडिया से 3 मौके छीने तो वहीं भारतीय टीम ने DRS का खराब इस्तेमाल किया और विकेट कोई सफलता हासिल करते हुए दोनों रिव्यू गंवा दिए.