ZIM vs AFG: इंग्लैंड छोड़कर दूसरे देश की टीम में हुआ शामिल, अब ठोक दिया शतक, 8 साल का इंतजार भी खत्म

अफगानिस्तान की टीम हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मुकाबला खेल रही है. इस मुकाबले में जिम्बाब्वे के एक खिलाड़ी ने ऐतिहासिक पारी खेली. इस खिलाड़ी ने ओपनिंग करते हुए शतक ठोका, जिसका नाम बेन करन हैं. बेन करन और कोई नहीं बल्कि इंग्लैंड के क्रिकेटर टॉम करन और सैम करन के भाई हैं. 29 साल के बेन करन जिम्बाब्वे के लिए खेलते हैं. उन्होंने अपनी एक दमदार पारी से जिम्बाब्वे के लिए 8 साल से चले आ रहे एक लंबे इंतजार को खत्म किया है.

बेन करन ने खेली ऐतिहासिक पारी

अफगानिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले में बेन करन ने कमाल की बल्लेबाजी की. अफगानिस्तान की ओर से पहली पारी में बनाए गए 127 रन के जवाब में बेन करन अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाने में कामयाब रहे और फिर टीम को एक बड़े स्कोर तक भी पहुंचा दिया. उन्होंने इस पारी में 217 गेंदों का सामना करते हुए अपना शतक पूरा किया, जिसमें 11 चौके शामिल रहे. खास बात ये रही कि ये उनके टेस्ट करियर का पहला शतक है. वहीं, जिम्बाब्वे के लिए पिछले 8 सालों में पहली बार किसी ओपनर ने घरेलू टेस्ट में शतक जड़ने का कारनामा किया.

बेन करन का जिम्बाब्वे तक का सफर

बता दें, टॉम करन, सैम करन और बेन करन तीनों सगे भाई हैं और इनके पिता जिम्बाब्वे के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं और इन तीनों भाइयों का बचपन यहीं बिता है. हालांकि, जिम्बाब्वे के लिए 11 वनडे खेलने के बाद केविन करन इंग्लैंड चले गए थे और वहां उनका काउंटी करियर काफी सफल रहा. इसके बाद वह एक बार फिर जिम्बाब्वे आ गए थे और जिम्बाब्वे की टीम के हेड कोच बने थे. लेकिन साल 2012 में उनकी मौत के बाद उनका परिवार वापस इंग्लैंड चला गया था.

बेन करन के क्रिकेट करियर की शुरुआत इंग्लैंड में ही हुई. उन्होंने काउंटी करियर की शुरुआत सरे के साथ की. इसके बाद वह MCC यंग क्रिकेटर्स के लिए. लेकिन नॉर्थम्पटन में चार साल में समाप्त होने के बाद वह 2022 में जिम्बाब्वे चले गए. इसके बाद उन्होंने जिम्बाब्वे में ही घरेलू क्रिकेट खेला और पिछले साल जिम्बाब्वे के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के योग्य हो गए और फिर उन्होंने खुद को चयन के लिए उपलब्ध कराया. जिसके बाद बेन करन ने दिसंबर 2024 में जिम्बाब्वे के लिए डेब्यू किया.