भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने पहले वर्ल्ड कप खिताब की उम्मीदों को जिंदा रखा है. अपनी ही जमीन पर, अपने ही दर्शकों के सामने ICC विमेंस वर्ल्ड कप खेल रही टीम इंडिया के पास 2011 की एमएस धोनी वाली भारतीय टीम जैसा कमाल करने का मौका है. मगर इसके लिए उसे वो काम करना होगा जो तब धोनी की टीम ने किया था- डिफेंडिंग वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को नॉक आउट. मगर इस बड़े मुकाबले के लिए टीम इंडिया ने एक ऐसी खिलाड़ी पर भरोसा जताया है जिसका रिकॉर्ड इस टीम के खिलाफ बहुत ही खराब है. कौन है ये खिलाड़ी, आपको आगे बताते हैं.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 30 अक्टूबर को नवी मुंबई में विमेंस वर्ल्ड कप 2025 का दूसरा सेमीफाइनल खेला जाएगा. वैसे तो इस मैच पर बारिश का साया मंडरा रहा है और रिजर्व डे पर भी खतरा बरकरार है. ऐसे में मैच रद्द होना टीम इंडिया को बाहर कर देगा. इसलिए टीम इंडिया को मौसम की मेहरबानी की जरूरत है. मगर साथ ही उसे अपनी उस खिलाड़ी से भी इतिहास बदलने की उम्मीद है, जिसे अचानक बीच में एंट्री मिली है.
ये खिलाड़ी हैं युवा ओपनर शेफाली वर्मा. 21 साल की इस विस्फोटक बल्लेबाज को सेमीफाइनल से ठीक पहले टीम इंडिया में जगह मिली, क्योंकि ओपनर प्रतिका रावल टखने और घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं. प्रतिका ने टूर्नामेंट में 6 पारियों में ही 306 रन बना लिए थे. ऐसे में उनकी कमी भारतीय टीम को बहुत खलेगी. इस स्थिति में शेफाली को टीम में शामिल किया गया, जिन्हें पहले खराब प्रदर्शन के कारण अनदेखा कर दिया गया था.
ये लगभग तय ही है कि एक बार फिर ओपनिंग में स्मृति मंधाना के साथ शेफाली की जोड़ी जमेगी. मगर क्या ये युवा बल्लेबाज कमाल कर पाएगी? शेफाली पिछले एक साल से वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं. उन्होंने इस फॉर्मेट में पिछला इंटरनेशनल मैच अक्टूबर 2024 में खेला था. शेफाली का वनडे रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है लेकिन इसमें भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तो उनका प्रदर्शन बेहद खराब है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 वनडे मैच में वो सिर्फ 99 रन ही बना सकी हैं. ऐसे में वर्ल्ड कप सेमीफाइनल जैसे मुकाबले में अचानक शेफाली को मौका देना टीम इंडिया के लिए घातक साबित हो सकता है.