Happy Birthday Virender Sehwag: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग का आज जन्मदिन है. 20 अक्टूबर, 1978 को दिल्ली के नजफगढ़ में जन्मे सहवाग 47 साल के हो गए हैं. सहवाग ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए और तोड़े. इस खिलाड़ी ने देश के लिए 104 टेस्ट, 251 पनडे और 19 टी20 मैच खेले, जिसमें उनके बल्ले से 17 हजार से ज्यादा रन निकले. सहवाग ने 38 इंटरनेशनल शतक लगाए, यही नहीं साल 2007 में वो टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वर्ल्ड कप भी जीते. सहवाग ने अपने करियर में कई बड़े मुकाम हासिल किए लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं सहवाग के बारे में वो पांच बातें जो बहुत कम लोग जानते हैं.
12 साल की उम्र में लगा था बैन
वीरेंद्र सहवाग जब 12 साल के थे तो खेलते हुए उनका दांत टूट गया था. इसके बाद उनके पिता जो कि अनाज व्यापारी थे, उन्होंने सहवाग के खेलने पर बैन लगा दिया. वो क्रिकेट खेल ही नहीं पाते थे. लेकिन वक्त बीतने के साथ और अपनी मां के सपोर्ट से सहवाग ने क्रिकेट खेलना शुरू किया और इसके बाद टीम इंडिया को एक ऐसा ओपनर मिला जिसने वनडे ही नहीं टेस्ट क्रिकेट में भी कई हैरतअंगेज कारनामे कर दिखाए.
नौकरी से निकालने की धमकी दी
वीरेंद्र सहवाग ने इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हुए एक शख्स को नौकरी से निकलवाने की धमकी भी दी थी, इसका खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में किया. सहवाग ने बताया था-इंग्लैंड के अंपायर डेविड शेपर्ड भारत आए हुए थे, वो अंपायरिंग कर रहे थे. सहवाग ने उनसे खातिरदारी के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें आईसक्रीम नहीं मिल रही है. जिसके बाद सहवाग ने कैटरर्स के हेड को बुलाया और कहा कि इन्हें अगर चॉकलेट, वनीला और स्ट्रॉबरी फ्लेवर की आईसक्रीम नहीं मिली तो मैं तुम्हें नौकरी से निकलवा दूंगा. सहवाग की धमकी के बाद डेविड शेपर्ड को आईसक्रीम मिल पाई. सहवाग ने इसके एवज में अंपायर से कहा कि वो उन्हें एक बार आउट ना दे.
अंपायर को शॉपिंग कराई और फिर…
वीरेंद्र सहवाग ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ को भारत में शॉपिंग कराई थी, जिसके बाद अगले दिन उन्होंने सहवाग को आउट ही नहीं दिया. सहवाग मोहाली टेस्ट में 90 रन पर खेल रहे थे और गेंद उनके बल्ले पर लगी लेकिन रऊफ ने उन्हें आउट नहीं दिया. हालांकि सहवाग के इस दावे को रऊफ ने एक इंटरव्यू के जरिए सिरे से नकार दिया था.
कुंबले-हरभजन के बीच फंस गए थे सहवाग
वीरेंद्र सहवाग ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वो कप्तान बने थे तो अनिल कुंबले और हरभजन सिंह ने उन्हें फंसा दिया था. दोनों लगातार गेंदबाजी कर रहे थे तो वो गेंदबाज बदलना चाहते थे लेकिन अनिल कुंबले को ये कहने की उनकी हिम्मत नहीं हुई. सहवाग ने हरभजन को कहा लेकिन उन्होंने हटने से मना कर दिया. सहवाग मुसीबत में फंस गए और इसके बाद सचिन के कहने पर बॉलिंग चेंज हुई.
पाकिस्तानी कप्तान से चेंज करवा दी फील्डिंग
वीरेंद्र सहवाग अपनी बैटिंग के दौरान काफी मस्ती करते थे. सहवाग ने बताया कि एक मैच में वो पाकिस्तान के खिलाफ दोहरा शतक जमाकर खेल रहे थे. पाकिस्तान के कप्तान इंजमाम उल हक ने फील्डिंग खोली हुई थी. इस पर सहवाग ने इंजमाम से कहा कि वो लॉन्ग ऑन अंदर बुला लें तो इसपर इंजमाम ने पूछा-क्यों. तो इसके बाद सहवाग ने कहा कि उन्हें छक्का मारना है. इंजमाम ने उनकी बात मान ली और सहवाग ने छक्का भी लगा दिया. सहवाग ने ऐसा ही साउथ अफ्रीका के पूर्व स्पिनर पॉल हैरिस के साथ भी किया था.