VIDEO: कमजोर कड़ी को ही टीम इंडिया ने बनाया ताकत, वर्ल्ड कप फाइनल में जबरदस्त फील्डिंग ने कराई वापसी

ICC विमेंस वर्ल्ड कप 2025 में उतार-चढ़ाव भरे प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में ऐतिहासिक जीत के साथ फाइनल में जगह बनाई थी. मगर इसके बावजूद फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टक्कर से पहले टीम इंडिया के सामने एक बड़ी समस्या थी और ये समस्या उसकी फील्डिंग थी. टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप में कैच लपकने के मामले में सबसे खराब रिकॉर्ड वाली टीम में से रही, जबकि कई मिसफील्ड भी देखने को मिले थे. ऐसे में फाइनल में भारतीय टीम को फील्डिंग में कमाल करने की जरूरत थी और टीम इंडिया को पहली सफलता एक बेहतरीन फील्डिंग के दम पर ही मिला.

नवी मुंबई में रविवार 2 नवंबर को खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 298 रन का बड़ा स्कोर बनाया. इसके जवाब में साउथ अफ्रीका ने दमदार शुरुआत की. कप्तान लॉरा वुल्वार्ट और टैजमिन ब्रिट्स ने भारतीय गेंदबाजों का शुरुआत में संभलकर सामना किया और फिर बाउंड्री बटोरकर रनों की रफ्तार बढ़ानी शुरू की. दोनों को आउट करना भारतीय गेंदबाजों के लिए मुश्किल साबित हो रहा था.

टीम इंडिया की वापसी कराने वाला डाइरेक्ट हिट

ऐसा ही वक्त होता है जब किसी करिश्माई गेंद या फील्डिंग की जरूरत होती है और टीम इंडिया को भी इसी के दम पर सफलता मिली. 10वें ओवर में साउथ अफ्रीका ने 50 रन पूरे कर लिए थे और टैजमिन ब्रिट्स अपने रंग में दिख रही थीं. मगर इस ओवर की तीसरी गेंद पर उन्होंने मिड ऑन की ओर शॉट खेलकर रन लेने की गलती कर दी और ये घातक साबित हुआ. युवा खिलाड़ी अमनजोत कौर ने तेजी से गेंद को उठाया और सीधे नॉन-स्ट्राइक एंड के स्टंप्स को निशाना बनाते हुए थ्रो कर दिया. अमनजोत का निशाना एकदम सटीक था और ब्रिट्स के क्रीज में पहुंचने से पहले ही स्टंप बिखर गए.

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तुरंत मिल गई दूसरी सफलता

पूरे टूर्नामेंट में अपनी फील्डिंग के कारण आलोचना का शिकार रही टीम इंडिया को फाइनल में अच्छी फील्डिंग के कारण ही पहला विकेट मिला, जिसने उसे वापसी का मौका दिया. ब्रिट्स 25 रन बनाकर आउट हुई और इसके बाद टीम को अगला विकेट भी 2 ओवर के अंदर ही मिल गया. इसके उलट बेहतरीन फील्डिंग करने वाली साउथ अफ्रीका ने फाइनल में 3 अहम कैच गिरा दिए, जिसका खामियाजा उसे 299 रन जैसे मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने के रूप में भुगतना पड़ा.