Travis Head VIDEO: एडिलेड घर है… ट्रेविस हेड ने बताया, शतक जड़कर पहुंचे ब्रैडमैन के बराबर, 99 के फेर में फंसने से बचे

Travis Head Century: इलाका अपना हो तो धमाके का होना लाजमी हो जाता है. ट्रेविस हेड ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में वही बताने की कोशिश की है. उन्होंने ए़डिलेड यानी कि अपने होम टाउन में खेले जा रहे टेस्ट में शतक जड़ा है. उसी के साथ उन्होंने डॉन ब्रैडमैन, माइकल क्लार्क और स्टीव स्मिथ के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. ट्रेविस हेड के शतक की बदौलत एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत स्थिति में आ चुकी है.

ट्रेविस हेड ने कितनी गेंदों पर जमाया शतक?

इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा एशेज टेस्ट की दूसरी पारी में ट्रेविस हेड ने 146 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया. उन्होंने शतक तक पहुंचने में 8 चौके और 2 छक्के लगाए. ये उनके टेस्ट करियर का 11वां शतक रहा. जबकि मौजूदा एशेज सीरीज में उनके बल्ले से निकला ये दूसरा शतक रहा. इससे पहले उन्होंने पहले टेस्ट में भी शतक लगाया था.

99 के फेर में फंसने से बचे

हालांकि, एडिलेड में हेड का शतक नहीं होता अगर 99 के स्कोर पर ब्रूक से उनका केच ना छूटता. आर्चर की गेंद पर स्लिप में खड़े ब्रूक ने उनका कैच छोड़ा, जिसका फायदा उठाकर वो अपना शतक पूरा करने में कामयाब रहे.

ट्रेविस हेड लगा चुके हैं कितने शतक?

लेकिन क्या एडिलेड के लड़के ट्रेविस हेड के लिए बस यही बड़ी बात है कि उन्होंने मौजूदा एशेज सीरीज में दूसरा शतक जड़ा. जी नहीं, उससे भी बड़ी बात ये है कि ट्रेविस हेड ने एडिलड में लगातार चौथा टेस्ट शतक जड़ा है. ऐसा कर ही उन्होंने टेस्ट वेन्यू पर लगातार सबसे ज्यादा 4 शतक जड़ने के डॉन ब्रैडमैन, माइकल क्लार्क और स्टीव स्मिथ के ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड की बराबरी की है.

ब्रैडमैन के किस रिकॉर्ड की बराबरी हेड ने की?

ब्रैडमैन ने ये कारनामा दो वेन्यू पर किया है. उन्होंने MCG और हेडिंग्ले में 4-4 शतक जड़े हैं. वहीं माइकल क्लार्क ने भी एडिलेड में ही 4 शतक जड़े हैं. जबकि स्टीव स्मिथ ने MCG पर 4 शतक ठोके हैं. ट्रेविस हेड ने 2022 से 2025 के बीच 4 शतक एडिलेड में लगाए हैं.

चौथे दिन दोहरे शतक पर होगी नजर

एडिलेड में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ट्रेविस हेड 196 गेंदों पर 142 रन बनाकर नाबाद रहे हैं. ऐसे में अब टेस्ट मैच के चौथे दिन उनसे अपनी पारी को और बड़ा करने की उम्मीद होगी. खुद हेड भी चाहेंगे कि वो अपने शतक को दोहरे शतक में बदलें.