Shubman Gill: टीम इंडिया बुरी तरह हारी, फिर शुभमन गिल किस बात से हो गए खुश?

India vs Australia: इंग्लैंड दौरे पर जिस तरह टेस्ट सीरीज की शुरुआत हुई थी, उसी तरह ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज की शुरुआत हुई. ये कहानी टीम इंडिया के नए कप्तान शुभमन गिल की है, जिन्हें बतौर टेस्ट और वनडे कप्तान, दोनों फॉर्मेट में अपने पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले वनडे मैच में तो भारतीय टीम हर मोर्चे पर फ्लॉप रही. इस मैच में कोई ऐसा हिस्सा नहीं था, जहां भारतीय टीम असरदार दिखी. मगर इसके बावजूद नए कप्तान शुभमन गिल ज्यादा निराश नहीं दिखे, बल्कि उन्होंने तो ये तक बता दिया कि वो किस बात से संतुष्ट थे.

वनडे सीरीज के इस पहले मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी सबसे फिसड्डी साबित हुई. पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने इस मैच में 136 रन बनाए. बारिश के कारण चार बार रुके इस मैच में ओवर घटाकर 26 कर दिए गए थे. मगर भारतीय बल्लेबाज कभी भी पूरे 50 ओवर खेलते हुए नजर नहीं आ रहे थे. टीम में लौट रहे स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली बुरी तरह फेल हुए तो कप्तान गिल और उप-कप्तान श्रेयस अय्यर भी बेअसर साबित हुए. फिर ऑस्ट्रेलिया को जो लक्ष्य मिला, उसने 22 ओवर के अंदर उसे हासिल कर लिया.

शुभमन गिल ने इस बात पर जताई संतुष्टि

टीम इंडिया को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद कप्तान गिल इस बात से संतुष्ट नजर आए कि ऑस्ट्रेलिया को आसानी से नहीं जीतने दिया गया. गिल ने टीम की खराब बल्लेबाजी और फिर गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए कहा, “जब आप पावरप्ले में 3 विकेट गंवा देते हो तो हमेशा वापसी की ही कोशिश करते रहते हो. हमारे लिए इस मैच में काफी कुछ सीखने के लिए रहा और कुछ पॉजिटिव भी रहा. हम सिर्फ 130 रन डिफेंड कर रहे थे और फिर भी गेम को काफी आगे तक लेकर गए. इससे हम संतुष्ट हैं.”

दूसरे मैच में वापसी जरूरी

ये बात सही है कि ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ-लुइस मेथड के हिसाब से जीत के लिए 26 ओवर में सिर्फ 131 रन का लक्ष्य मिला और इसे हासिल करने में ऑस्ट्रेलिया को 22 ओवर तक मेहनत करनी पड़ी. मगर इसका दूसरा पहलू ये भी है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाजी के दौरान एक बार भी परेशानी में नजर नहीं आई और मिचेल मार्श ने अपनी टीम को बिना मुश्किल में डाले आसानी से लक्ष्य तक पहुंचाया. ऐसे में गिल का ये कहना कि टीम मैच को काफी आगे तक ले गई, आसानी से गले नहीं उतरता. अब तो कप्तान को यही उम्मीद होगी कि दूसरे मैच में वापसी कर सीरीज में बराबरी कर सकें.