महिला वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जिसमें पंजाब के मोहाली की बेटी अमनजोत कौर की भूमिका निर्णायक रही. मैच के आखिरी पलों में उनके शानदार कैच ने मुकाबले की दिशा बदलकर टीम इंडिया को चमचमाती वर्ल्ड कप ट्रॉफी दिलाई. यह कैच साउथ अफ्रीका की कप्तान का था, जिसने विरोधी टीम की पारी को लड़खड़ा दिया. अमनजोत के क्रिकेटर बनने के पीछे संघर्ष की लंबी कहानी है. उनके पिता भूपेंद्र सिंह कारपेंटर का काम करते हैं और बेटी को क्रिकेटर बनाने के लिए उन्होंने हर दिन संघर्ष किया. कई सालों तक वे अमनजोत को साइकिल और मोटरसाइकिल पर चंडीगढ़ के क्रिकेट ग्राउंड तक छोड़ने जाते थे, और कई बार इसके लिए अपनी दिन भर की दिहाड़ी भी छोड़ देते थे. देखें वीडियो