IND-W vs PAK-W: पाकिस्तान के खिलाफ तो जीत गए, मगर टीम इंडिया को ये 3 गलतियां ले डूबेंगी

India Women vs Pakistan Women: ICC विमेसं वर्ल्ड कप 2025 में टीम इंडिया ने अपनी सफलता के सिलसिले को जारी रखते हुए पाकिस्तान को भी हरा दिया. कोलंबो में खेले गए इस मुकाबले में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने अपनी दमदार गेंदबाजी की मदद से पाकिस्तान को 88 रन से हरा दिया. इसके साथ ही वर्ल्ड कप में अपने दोनों मैच जीतकर भारतीय टीम ने बेहतरीन शुरुआत की. टीम इंडिया की इस मुकाबले में जीत तय नजर ही आ रही थी लेकिन इस नतीजे के बावजूद मैच के दौरान जो कुछ देखने को मिला, वो चिंता बढ़ाने वाला ही है. टीम इंडिया ने ऐसी गलतियां की, जो किसी मजबूत टीम के खिलाफ उसे भारी पड़ेंगी.

कब रन बनाएंगे बल्लेबाज?

पिछले मैच की तरह इस बार भी भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर रंग में नजर नहीं आया. खास तौर पर उप-कप्तान स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर का नहीं चलना, ज्यादा परेशान करने वाला था. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले लगातार रन बरसा रही मंधाना के स्कोर अभी तक 8 और 23 रहे हैं. वहीं प्रतिका रावल (31) और हरलीन देओल (46) अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सकीं. लगातार दूसरे मैच में टॉप-5 में कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सकी. ऐसे में अगर साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ भी यही हाल रहा तो जीत की उम्मीद करना बेईमानी होगा.

ऐसी फील्डिंग से तो हार तय

टीम इंडिया की गेंदबाजी जितनी अच्छी रही, फील्डिंग में उसे उतना साथ नहीं मिला. हालांकि दीप्ति शर्मा और हरमनप्रीत कौर ने सटीक थ्रो के दम पर 2 रन आउट जरूर किए लेकिन इनके अलावा टीम इंडिया की ग्राउंड फील्डिंग और कैचिंग अच्छी नहीं रही. विकेटकीपर ऋचा घोष ने ही 2 आसान से कैच टपका दिए, जिसके कारण एक वक्त पर सिदरा अमीन और नतालिया परवेज ने 69 रन की साझेदारी कर टीम इंडिया को टेंशन दे दी थी. वहीं एक कैच श्रीचरणी ने भी अपनी गेंद पर छोड़ा था. इसके अलावा कुछ मौकों पर भारतीय टीम ने मिसफील्डिंग के कारण अतिरिक्त रन भी दे दिए. फील्डिंग की ये गलतियां टीम को आगे नुकसान पहुंचा सकती हैं.

DRS बर्बाद करना समझदारी नहीं

तीसरी गलती हुई DRS के मामले में, जहां कप्तान कौर ने लगातार गलत फैसले लिए. इस मामले में विकेटकीपर ऋचा से भी उन्हें अच्छा साथ नहीं मिला. पाकिस्तानी पारी की पहली ही गेंद पर अंपायर के फैसले के खिलाफ रिव्यू ले लिया गया था, जबकि साफ नजर आ रहा था कि गेंद लेग स्टंप से बाहर जा रही थी. मगर इसके बाद लगातार 3 मौकों पर जब अंपायर LBW की अपील खारिज की तो भारतीय टीम ने रिव्यू नहीं लिया. इन तीनों ही मौकों पर गेंद सीधे स्टंप पर लग रही थी. कुछ देर बाद जब दोबारा रिव्यू लिया तो एक बार फिर बेहद खराब फैसला साबित हुआ. इस बार गेंद बल्ले के करीब भी नहीं थी और कैच की अपील पर रिव्यू ले लिया गया. इस तरह टीम इंडिया ने अपने दोनों रिव्यू खराब किए और हाथ आए मौकों को भी गंवाया.