भारत-वेस्टइंडीज के बीच दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच 10 अक्तूबर से नई दिल्ली में खेला जाएगा. इस मुकाबले में टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा इतिहास रचने के कगार पर हैं. भारत बनाम वेस्टइंडीज दूसरे टेस्ट में वह एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं, जिसे अब तक दुनिया के केवल तीन दिग्गज ही हासिल कर पाए हैं.
भारत ने अहमदाबाद में वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में एक पारी से मात दी. इस जीत के हीरो रहे स्थानीय खिलाड़ी रवींद्र जडेजा, जिन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया. इसकी बदौलत बाएं हाथ के इस ऑलराउंडर ने हाल ही में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज रैंकिंग हासिल की है. 2023 से अब तक जडेजा ने लगभग 1500 रन 43 की औसत से बनाए हैं और साथ ही 88 विकेट 26.6 की औसत से झटके हैं. आंकड़ों और प्रदर्शन दोनों के लिहाज से वह मौजूदा समय में किसी भी ऑलराउंडर से कई स्तर आगे हैं.
एक गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में शुरुआत करने वाले जडेजा ने अब खुद को एक बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज के रूप में विकसित किया है. वह स्पिन और तेज दोनों तरह की गेंदबाजी के खिलाफ निपुण हैं, जिससे उन्हें SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में भी सफलता मिली है. उनके नाम अब तक 6 शतक और 27 अर्धशतक दर्ज हैं और वह सही मायनों में आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 टेस्ट ऑलराउंडर हैं.
इतिहास रचने से केवल 10 रन दूर हैं जडेजा
जडेजा 4000 टेस्ट रन के आंकड़े के करीब पहुंच गए हैं. वर्तमान में उनके नाम 3990 टेस्ट रन और 334 विकेट हैं. अगर दिल्ली टेस्ट में वह सिर्फ 10 रन और बना लेते हैं, तो वह 4000 रन पूरे करने वाले 18वें भारतीय बल्लेबाज और केवल दूसरे भारतीय ऑलराउंडर (कपिल देव के बाद) बन जाएंगे.
इतिहास में अब तक केवल तीन खिलाड़ियों ने 4000+ टेस्ट रन और 300+ विकेट का डबल हासिल किया है. इस लिस्ट में पहला नाम इंग्लैंड के इयान बॉथम का है, जिन्होंने 5200 टेस्ट रनों के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 383 विकेट झटके हैं. इस लिस्ट में दूसरा नाम भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी कपिल देव का है, जिन्होंने टेस्ट में 5248 रन बनाए हैं 434 विकेट झटके हैं. वहीं, न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी ने भी 4531 रनों के साथ ही 362 विकेट लिए हैं. जडेजा के आंकड़े की बात करें तो जडेजा ने अबतक 3990 रन बनाए हैं और 334 विकेट लिए हैं.
अगर जडेजा दिल्ली टेस्ट में यह कारनामा कर लेते हैं, तो वह कपिल देव की श्रेणी में शामिल हो जाएंगे और टेस्ट इतिहास के महानतम ऑलराउंडरों में गिने जाएंगे. यह उपलब्धि वह ऐसे समय हासिल करेंगे जब हाल ही में उन्हें भारत की वनडे टीम से बाहर किया गया है.