भारतीय क्रिकेट टीम ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में सात विकेट से आसान जीत हासिल की और दो मैचों की सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया. इस मुकाबले में भारतीय टीम की ओर से कमाल का प्रदर्शन देखने को मिला. हालांकि, इस शानदार खेल के बावजूद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरुण जेटली स्टेडियम में पिच पर सवाल उठाए. उन्होंने पिच की खराब गुणवत्ता पर निराशा जताई और भारतीय टीम मैनेजमेंट पिच से ज्यादा खुश नहीं दिखी.
दिल्ली की पिच पर फूटा गंभीर का गुस्सा
गंभीर के मुताबिक, दिल्ली की पिच ने तेज गेंदबाजों और अंगुली के स्पिनरों को कोई खास मदद नहीं दी. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज इस मैच में विकेट के लिए काफी संघर्ष करते हुए नजर आए. वहीं, अरुण जेटली स्टेडियम की पिच स्पिनरों के लिए मददगार होती है लेकिन रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को इससे कोई मदद नहीं मिली. ऐसे में गंभीर ने पिच में गति और उछाल की कमी को लेकर चिंता जताई और इसे निराशाजनक करार दिया.
गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?
गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मेरा मानना हैं कि हमें यहां एक बेहतर पिच मिल सकती थी. हमें पांचवें दिन नतीजा मिला लेकिन मुझे लगता है कि बल्ले का किनारा लेने के बाद गेंद विकेटकीपर या स्लिप के फील्डर्स तक पहुंचनी चाहिए थी. मैं जानता हूं कि हम स्पिनरों की अहम भूमिका के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन जब आपके पास दो शानदार तेज गेंदबाज हो आप चाहते है कि वह मैच में अहम योगदान दे.’
वहीं, मुकाबले के दौरान स्पिनरों की धीमी गेंदों को बल्लेबाज आसानी से बैकफुट पर खेल रहे थे. ऐसे में गंभीर ने कहा, ‘पिच में थोड़ी गति और उछाल होनी चाहिए. लेकिन यहां की पिच में ऐसा कुछ भी नहीं था, यह निराशाजनक है. हम भविष्य में बेहतर पिचों का इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को बचाए रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है.’ बता दें, भारतीय टीम का अगली टेस्ट सीरीज साउथ अफ्रीका के खिलाफ नवंबर में कोलकाता और गुवाहाटी में खेलनी है. ऐसे में हो सकता है इन मैचों में टीम मैनेजमेंट ऐसी पिचें चाहेगा जो तेज गेंदबाजों के लिए भी मददगार हो.