IND vs WI: हवा में उड़कर नीतीश रेड्डी ने पकड़ा गजब का कैच, देखता रह गया वेस्टइंडीज का बल्लेबाज

Nitish Kumar Reddy Excellent Catch: अहमदाबाद में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. इस दौरान मेहमान टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा है. ये खतरा उस समय और भी ज्यादा बढ़ गया, जब भारतीय टीम के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने हवा में उड़ते हुए एक गजब का कैच पकड़ लिया. इसे देखकर वेस्टइंडीज का बल्लेबाज हैरान रह गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. नीतीश रेड्डी चोट के बाद इस टेस्ट मैच में वापसी कर रहे हैं.

नीतीश रेड्डी ने ऐसे लिया कैच

अहमदाबाद टेस्ट मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 5 विकेट पर 448 रन पर घोषित कर दी. इसके बाद अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम को अच्छी शुरुआत की आवश्यकता थी, लेकिन टीम इंडिया के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने ऐसा होने नहीं दिया. उन्होंने शानदार फील्डिंग का नजारा पेश करते हुए मेहमान टीम के सलामी बल्लेबाज तेजनारायण चंद्रपॉल को पवेलियन भेज दिया.

नीतीश रेड्डी ने ये कमाल 8वें ओवर में किया. मोहम्मद सिराज ने इस ओवर की दूसरी गेंद शॉर्ट बॉल फेंकी. बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज तेजनारायण चंद्रपॉल ने इस गेंद पर स्क्वायर लेग के बायीं ओर पुल शॉट मारा. इस दौरान रेड्डी ने अपनी बायीं ओर पूरी लंबाई में डाइव लगाकर एक शानदार कैच पकड़ लिया. पहली पारी में डक पर आउट होने वाले चंद्रपॉल दूसरी पारी में 23 गेंदों पर 8 रन बनाकर आउट हो गए. नीतीश रेड्डी लंबे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं.

जब इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए थे नीतीश

इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए नीतीश कुमार रेड्डी को टीम में शामिल किया था, लेकिन जिम में ट्रेनिंग के दौरान 22 साल के रेड्डी के घुटने में चोट लग गई थी. इसकी वजह से वो आखिरी के दो टेस्ट मैच से बाहर हो गए थे. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले नीतीश के लिए इंग्लैंड दौरा कुछ खास नहीं रहा था. पहले मैच में उन्हें मौका नहीं मिला था, लेकिन दूसरे मैच में शार्दुल ठाकुर की जगह उनको प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था.

इस मैच में वो कुछ खास नहीं कर पाए थे और दोनों पारियों में सिर्फ 1-1 रन बनाकर आउट हो गए थे. वहीं गेंदबाजी में भी कोई सफलता नहीं मिली थी. इसके बावजूद तीसरे टेस्ट में उन्हें चुना गया और यहां उन्होंने 3 विकेट झटकने के साथ ही 30 और 13 रन की पारियां खेली थीं. दोनों पारियों में वो काफी देर तक क्रीज पर टिके रहे थे, लेकिन बड़े स्कोर नहीं बना सके. वेस्टइंडीज के खिलाफ भी पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला.