सिर्फ 13-14 महीने पहले की बात है, जब भारत आकर सीरीज तो दूर एक टेस्ट मैच जीतना भी दूसरी टीमों के लिए सपने जैसा था. आज भी दूसरी टीमों के लिए भारतीय जमीन पर टेस्ट मैच या सीरीज जीतना आसान नहीं है. मगर इन 13 महीनों में सब कुछ बदल गया है. अब टीम इंडिया के किले में दरारें पड़ गई हैं और इन्हें छुपाना मुश्किल हो गया है. न्यूजीलैंड ने पिछले साल टीम इंडिया को पहली लेकिन सबसे तगड़ी चोट दी थी. अब साउथ अफ्रीका फिर उस जख्म को कुरेदने के करीब है. गुवाहाटी में 22 नवंबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के सामने साउथ अफ्रीका को ऐसा करने से रोकने की चुनौती है.
अक्टूबर-नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत आकर टीम इंडिया को 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया था. ये भारतीय क्रिकेट के इतिहास की सबसे करारी और शर्मनाक हार थी. भारतीय टीम अपने घर में न्यूजीलैंड से पहली बार टेस्ट सीरीज हारी. टीम इंडिया को 2012 के बाद पहली बार घर में टेस्ट सीरीज में शिकस्त मिली थी. इन सबसे बढ़कर अपने टेस्ट इतिहास में भारतीय टीम को पहली बार घर में किसी टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था. अब 13 महीने बाद साउथ अफ्रीका भी उसी घटना को दोहराने के करीब है.
कोलकाता में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सनसनीखेज जीत दर्ज करते हुए साउथ अफ्रीका ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी. अब गुवाहाटी में भारतीय टीम को हर हाल में साउथ अफ्रीका को हराना होगा. मगर ये इतना आसान नहीं होने वाला क्योंकि गुवाहाटी की परिस्थितियां और पिच दोनों ही टीम के लिए अनजान हैं. साथ ही टीम इंडिया पहले से ज्यादा कमजोर और मनोवैज्ञानिक तौर पर दबी हुई नजर आ रही है. इसकी एक वजह कोलकाता टेस्ट में ढाई दिन के अंदर मिली हार है और दूसरी वजह कप्तान शुभमन गिल का चोट के कारण मैच से बाहर होना है.
ऐसे वक्त में ऋषभ पंत टीम की कमान संभाल रहे हैं और उनके लिए ये आसान नहीं होने वाला. अपने अब तक के टेस्ट करियर में पंत ने कई मुश्किल हालातों से टीम इंडिया को बाहर निकाला है लेकिन ये स्थिति उनके लिए भी एकदम नई है क्योंकि इस बार उन्हें मैदान पर फैसले लेने होंगे, जो मैच की दशा-दिशा तय करेंगे. इसमें सबसे पहला फैसला प्लेइंग-11 को लेकर है, जो कि पिछले टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में रही थी और इसके चलते ही हेड कोच गौतम गंभीर हर किसी के निशाने पर हैं.
माना जा रहा है कि टीम इंडिया दो बदलाव कर सकती है, जिसमें गिल की जगह साई सुदर्शन को और स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल की जगह बैटिंग ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को उतारा जा सकता है. मगर सिर्फ खिलाड़ियों के चयन से काम नहीं चलेगा, बल्कि उनका बैटिंग ऑर्डर कैसा होगा, ये भी अहम है. क्या पिछले मैच में तीसरे नंबर पर बैटिंग करने वाले वॉशिंगटन सुंदर को सुदर्शन के आने के बाद फिर से मिडिल या लोअर ऑर्डर में उतारा जाएगा? क्या गिल की जगह चौथे नंबर पर ध्रुव जुरेल या नीतीश को भेजा जाएगा? ये सवाल सबसे अहम होने वाले हैं.