Women’s ODI World Cup 2025: महिला वर्ल्ड कप में खेल रहीं कई सारी खिलाड़ी ऐसी हैं, जो पहले से ही सुपर स्टार हैं. जिनके लिए वनडे वर्ल्ड कप खेलने का ये पहला अनुभव नहीं है. बल्कि, उन्हें इस ICC टूर्नामेंट का पुराना तजुर्बा है. (Photo: PTI)
लेकिन, कुछ महिला खिलाड़ी ऐसी हैं, जिनके लिए इस बार उनका पहला वनडे वर्ल्ड कप है. अब सबके परिवार की आर्थिक हालत तो एक सी होती नहीं. तो अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रही खिलाड़ियों में कुछ ऐसी भी हैं, जिन्हें यहां तक पहुंचने के लिए गरीबी और संघर्ष से लड़ना पड़ा है. (Photo: PTI)
ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक हैं भारत की क्रांति गौड़, जिनकी मां दिहाड़ी मजदूर का काम करती थीं. और, जिनके पास पहनने को कभी जूते नहीं हुआ करते थे. मगर इस महिला वनडे वर्ल्ड कप में वो भारतीय पेस अटैक की बड़ी ताकत हैं. इसी साल इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाली क्रांति गौ़ड़ ने अब तक खेले 9 वनडे में 18 विकेट लिए हैं. (Photo: PTI)
बांग्लादेश की मारूफ अख्तर भी गरीब परिवार से आती है. इनके पिता भी खेतों में मजदूरी किया करते थे. मारूफ अख्तर तेज गेंदबाज है. अपनी तेज गेंदबाजी को निखारने के लिए कभी लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने वाली मारूफ अख्तर आज बांग्लादेश के पेस अटैक की जान हैं. उन्होंने अब तक खेले 27 वऩडे में 22 विकेट हासिल किए हैं. (Photo: PTI)
महिला वर्ल्ड कप में भारत की ऑलराउंडर अमनजोत कौर एक कारपेंटर की बेटी हैं. पैसे के अभाव के बावजूद उनके पिता ने उन्हें क्रिकेटर बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. पिता को पूरा भरोसा था कि एक दिन उनकी बेटी इंडिया खेलेगी और आज वो सपना पूरा हुआ. अमनजोत कौर ने अब तक खेले 10 वनडे में 155 रन बनाने के अलावा 14 विकेट लिए हैं. (Photo: PTI)