हॉन्ग कॉन्ग इंटरनेशनल सिक्सेस 2025 में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा और वह लगातार 4 हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हो गई. मिशन रोड ग्राउंड, मॉन्ग कॉक पर खेले गए इस टूर्नामेंट की शुरुआत 7 नवंबर को हुई थी, जहां भारत ने अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान को हराया था. लेकिन इसे बाद भारतीय टीम को एक भी मैच में जीत नहीं मिली. इस टूर्नामेंट में भारत ने अपना आखिरी मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला, जहां उसे 48 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले उसे कुवैत, UAE और नेपाल की टीमों ने भी हराया था.
श्रीलंका के खिलाफ भी मिली बाहर
दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जो पूरी तरह गलत साबित हुआ. भारतीय गेंदबाज इस मुकाबले में एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके और श्रीलंका ने 6 ओवर में 138 रन ठोक दिए. इस दौरान लाहिरु समरकून ने सिर्फ 14 गेंदों पर 52 रन बनाए, जिसमें 2 चौके और 6 छक्के शामिल रहे. वहीं, लाहिरु मदुशंका ने भी 14 गेंदों पर 52 रनों की पारी खेली. इन दोनों खिलाड़ियों के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद सचिता जयतिलके ने 5 गेंदों पर नाबाद 16 रन और धनंजय लक्षण ने 2 गेंदों पर नाबाद 10 रन बनाए.
दूसरी ओर, 139 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी काफी खराब रही. रॉबिन उथप्पा सिर्फ 13 रन बनाकर अपना विकेट गंवा बैठे. इसके बाद भरत चिपली ने 13 गेंदों पर 41 रनों की पारी खेली. लेकिन उन्हें बाकी बल्लेबाजों का साथ नहीं मिला. प्रियांक पांचाल 2 रन बनाकर आउट हो गए. अंत में स्टुअर्ट बिन्नी ने 9 गेंदों पर नाबाद 25 रन और अभिमन्यु मिथुन ने 5 गेंदों पर 5 रन बनाए, जिसके चलते भारतीय टीम 6 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 90 रन ही बना सकी.
24 घंटे में मिली 4 हार
श्रीलंका के खिलाफ मिली हार से पहले भारत ने 8 नवंबर को भी इस टूर्नामेंट में 3 मैच खेले थे. लेकिन उन सभी मैचों में भी उसे हार का सामना करना पड़ा था. पूल-सी में कुवैत से मिली हार के बाद बॉल राउंड में यूएई और नेपाल ने भी भारत को हराया था. यानी बॉल स्टेज में भारतीय टीम एक भी जीत अपने नाम नहीं कर सकी. कुवैत ने उसे 27 रनों से हराया, यूएई ने भी 4 विकेट से मात दी. वहीं, नेपाल ने तो 92 रनों के बड़े अंतर से हराया.