GBA और पादुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन का बड़ा ऐलान, गोवा में बैडमिंटन इकोसिस्टम विकसित करने के लिए किया कोलेब्रेशन

गोवा खेल के लिए एक ऐतिहासिक विकास में गोवा बैडमिंटन एसोसिएशन (जीबीए) ने भारत के महान बैडमिंटन खिलाड़ी श्री प्रकाश पदुकोण की ओर से स्थापित पदुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन (पीएसबी) के साथ एक रणनीतिक कोलेब्रेशन का ऐलान किया है. यह ऐलान पणजी में आयोजित एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में किया गया, जिसमें मीडिया के सदस्य, जीबीए कार्यकारी समिति के अधिकारी और पीएसबी के प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें पदुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन के तकनीकी निदेशक श्री टी. बालन भी शामिल थे.

गोवा में बैडमिंटन के लिए बड़ा पल

सभा का स्वागत करते हुए, जीबीए अध्यक्ष मनोज पाटिल ने एसोसिएशन की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस कोलेब्रेशन को गोवा में बैडमिंटन के लिए एक निर्णायक पल बताया. मनोज पाटिल ने कहा, ‘पिछले छह दशकों में, जीबीए ने साधारण शुरुआत से ही बैडमिंटन को राज्य के सबसे जीवंत खेल समुदायों में से एक बना दिया है. आज, हम एक निर्णायक कदम उठा रहे हैं, न केवल टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए, बल्कि एक स्थायी प्रणाली बनाने के लिए जो लगातार गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों, प्रशिक्षित कोचों और कुशल अधिकारियों को तैयार करती है.’ पाटिल ने बताया कि पीएसबी के साथ सहयोग एक साझा दृष्टिकोण पर स्थापित किया गया था, जमीनी स्तर से प्रतिभा की पहचान करना और उसका पोषण करना, जिला अकादमियों की स्थापना करना और अंततः एक राज्य स्तरीय उच्च प्रदर्शन केंद्र बनाना जहां गोवा के खिलाड़ी भारत में बेस्ट के साथ ट्रेनिंग ले सकें. उन्होंने कहा कि यह पहल गोवा के विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाएगी और गोवा को खेल उत्कृष्टता का केंद्र बनाने के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के दृष्टिकोण के अनुरूप होगी.

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बैडमिंटन के लिए ऐतिहासिक कोलेब्रेशन,

प्रकाश पादुकोण ने की पहल की सराहना

श्री प्रकाश पादुकोण ने मीडिया को संबोधित करते हुए इस पहल की सराहना की और जीबीए के पेशेवर और दूरदर्शी दृष्टिकोण की सराहना की. प्रकाश पादुकोण ने कहा, ‘गोवा बैडमिंटन एसोसिएशन के साथ कोलेब्रेशन करना हमारे लिए सम्मान की बात है. इस कोलेब्रेशन के माध्यम से, हमारा लक्ष्य जमीनी स्तर से लेकर विशिष्ट स्तर तक, स्कूलों और पंचायतों से शुरू होकर जिलों और राज्य तक एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है.’ उन्होंने भारत भर में 75 से ज्यादा केंद्रों के साथ पीएसबी की राष्ट्रव्यापी जमीनी स्तर की उपस्थिति को रेखांकित किया, और बताया कि पीएसबी प्रतिभा पहचान, कोच शिक्षा और कार्यक्रम डिजाइन में अपनी विशेषज्ञता को साझेदारी में लाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम गोवा में पीटी शिक्षकों और प्रशिक्षकों को ट्रेंड करने, उन्हें प्रमाणन प्रदान करने में मदद करेंगे, और यह सुनिश्चित करेंगे कि हर स्तर पर सही बुनियादी बातें सिखाई जाएं. हमारा दृष्टिकोण क्रमिक लेकिन सुसंगत होगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि बच्चों को खेल से जल्दी परिचित कराया जाए और उन्हें प्रगति के लिए उचित मार्गदर्शन दिया जाए.’

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गोवा में बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए बड़ा पल.

मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए, पादुकोण ने गोवा के बुनियादी ढांचे की तारीफ की, इसे भारत के छोटे राज्यों में बेस्ट में से एक कहा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब मुख्य बात इस बुनियादी ढांचे को खिलाड़ियों के विकास की दिशा में मोड़ना है. उन्होंने कहा, ‘गोवा में सुविधाएं और जुनून है. अब इसे संरचना की जरूरत है. जीबीए, गोवा खेल प्राधिकरण और सरकार के समर्थन से, मुझे विश्वास है कि यह मॉडल न केवल यहां चैंपियन पैदा करेगा बल्कि अन्य राज्यों के लिए एक खाका बन सकता है.’

जीबीए अध्यक्ष मनोज पाटिल ने क्या कहा?

अपने संबोधन में जीबीए अध्यक्ष मनोज पाटिल ने जीबीए के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दोहराया. उन्होंने कहा, ‘यह सहयोग केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के बारे में नहीं है, यह गोवा के हर गांव और स्कूल में बैडमिंटन संस्कृति बनाने के बारे में है. हम स्कूलों में बैडमिंटन शुरू करने के लिए ‘शटल टाइम’ पहल शुरू करेंगे, जिससे हर बच्चे को खेल का अनुभव करने का मौका मिलेगा. वहां से, हम प्रतिभा की पहचान करेंगे, जिला और राज्य कार्यक्रमों के माध्यम से उनका पोषण करेंगे, और संरचित मार्गों के माध्यम से उनका समर्थन करेंगे. पीएसबी के तकनीकी मार्गदर्शन के साथ. हमें विश्वास है कि यह मॉडल गोवा को भारत के सबसे जीवंत बैडमिंटन केंद्रों में से एक बना देगा.’

जीबीए सचिव प्रवीण शेनॉय ने सहयोग का परिचालन रोडमैप प्रदान किया. शेनॉय ने बताया, ‘कार्यान्वयन की निगरानी के लिए पीएसबी की ओर से नामित एक परियोजना प्रबंधक के साथ एक प्रशासनिक संरचना स्थापित की जाएगी. पीएसबी सभी तकनीकी और क्षमता-निर्माण कार्यक्रमों को डिजाइन और वितरित करेगा, जबकि जीबीए बुनियादी ढांचे तक पहुंच, टूर्नामेंट प्रशासन और सीएसआर फंड सृजन का प्रबंधन करेगा.’ उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे खिलाड़ी आगे बढ़ेंगे, हम जिला और राज्य-स्तरीय कार्यक्रम, उन्नत खिलाड़ी प्रशिक्षण और कोच अपस्किलिंग कार्यशालाएं शुरू करेंगे. एआई आधारित प्रदर्शन विश्लेषण सहित प्रौद्योगिकी को भी उन्नत कार्यक्रमों में एकीकृत किया जाएगा.’