Akshaye Khanna Grandfather: धुरंधर फिल्म में अक्षय खन्ना ने अपनी एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया. रहमान डकैत के किरदार को अक्षर खन्ना ने बखूबी निभाया और चारों ओर उनकी तारीफ हो रही है. सोशल मीडिया में अक्षर खन्ना का माहौल ही बना हुआ है. आइए अब आपको बताते हैं अक्षय खन्ना का वो सच जिसे बेहद ही कम लोग जानते हैं. क्या आप जानते हैं कि अक्षय खन्ना के नाना का क्रिकेट से बेहद गहरा रिश्ता रहा है. उनकी आवाज के बिना कभी क्रिकेट अधूरा हुआ करता था और भारत-पाकिस्तान के मैच में उन्होंने अपनी आवाज भी दी. आइए आपको बताते हैं कि धुरंधर के रहमान डकैत के नाना कौन थे.
अक्षय खन्ना के नाना थे दिग्गज कमेंटेटर
अक्षय खन्ना के नाना का नाम अर्देशिर फुरदोरजी सोहराबजी ताल्यारखान था. वो “बॉबी” के नाम से मशहूर थे. अक्षय खन्ना के नाना क्रिकेट कमेंटेटर थे और इस खेल को भारत में मशहूर करने में उनका बहुत बड़ा हाथ रहा. बॉबी ताल्यारखान ऑल इंडिया रेडियो पर कमेंट्री करते थे. साल 1934 में उन्होंने पहली बार उन्होंने नवंबर 1934 में बॉम्बे जिमखाना में पारसियों और मुसलमानों के बीच खेले गए एक मैच पर पहली बार कमेंट्री की थी. ताल्यारखान की अंग्रेजी पर गजब की पकड़ थी और वो अपने शब्दों से मैच में गजब का माहौल बना देते थे.
ताल्यारखान को अकेले कमेंट्री करना पसंद था
अक्षय खन्ना के नाना ताल्यारखान को अकेले कमेंट्री करना पसंद था. उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो का साथ भी इसलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें दो और एक्सपर्ट्स के साथ कमेंट्री करने के लिए कहा गया. ऑल इंडिया रेडियो के साथ उनका करियर 1948-49 में खत्म हुआ. भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुई सीरीज में उन्होंने आखिरी बार माइक थामा. हालांकि साल 1954-55 में उनका कमबैक हुआ. भारतीय टीम पहली बार पाकिस्तान के दौरे पर गई थी और वहां अक्षय खन्ना के नाना ने कमेंट्री की. साल 1972-72 में उन्होंने कुछ समय के लिए फिर वापसी की. साल 1990 तक वो क्रिकेट पर डेली कॉलम लिखते रहे. 13 अप्रैल, 1990 को उनका निधन हो गया.