66 गेंदों में नहीं बनाया एक भी रन, फिर भी ठोका वनडे में दोहरा शतक, भारत को मिला एक और विस्फोटक बल्लेबाज

Swastik Samal Double Century: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का आगाज हो चुका है और इस टूर्नामेंट में पहले ही दिन कुल 22 शतक लगे. इन 22 शतकों में से एक बल्लेबाज ऐसा रहा जिसने दोहरा शतक भी लगाया. इस बल्लेबाज का नाम है स्वास्तिक समाल, जिन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ 169 गेंदों में 212 रनों की पारी खेली. इस पारी के साथ ही उन्होंने सचिन-रोहित जैसे दिग्गजों की लिस्ट में एंट्री तो की ही साथ ही उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. आइए आपको बताते हैं कौन हैं स्वास्तिक समाल और उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ दोहरा शतक लगाकर क्या कमाल किया है.

स्वास्तिक समाल का कमाल

स्वास्तिक समाल ने सौराष्ट्र के खिलाफ 212 रनों की पारी में कुल 29 बाउंड्री लगाई. इन बाउंड्रीज़ में उन्होंने 8 छक्के लगाए और उनके बल्ले से 21 चौके निकले. स्वास्तिक का स्ट्राइक रेट 125 से ज्यादा का रहा और उनकी इस विस्फोटक बैटिंग के दम पर ओडिशा ने 345 रन बनाए. स्वास्तिक समाल की पारी की खास बात ये रही कि इस खिलाड़ी ने अपनी पारी में 66 डॉट गेंद भी खेलीं लेकिन इसके बावजूद वो दोहरा शतक जमाने में कामयाब रहे.

स्वास्तिक की पारी गई बेकार

वैसे स्वास्तिक की ये पारी अंत में बेकार गई क्योंकि सौराष्ट्र ने 346 रनों का लक्ष्य भी 7 गेंद पहले चेज़ कर लिया. सौराष्ट्र ने ये मैच पांच विकेट से जीता. सौराष्ट्र के लिए विश्वराज सिंह जडेजा ने 50, गज्जर समर ने 132 रनों की पारी खेली. चिराग जानी ने 86 रन बनाए.

स्वास्तिक समाल कौन हैं?

स्वास्तिक समाल का जन्म 27 जुलाई, 2000 को ओडिशा के कोरापुट में हुआ था. वो महज 25 साल के हैं. वो ओपनिंग बैटिंग के अलावा अच्छे लेग स्पिनर भी हैं. समाल का लिस्ट ए रिकॉर्ड कमाल है. वो 11 मैचों में 52 से ज्यादा की औसत से 521 रन बना चुके हैं. इस खिलाड़ी ने पहली बार वनडे क्रिकेट में शतक लगाया और उसे उन्होंने दोहरे शतक में भी तब्दील किया.

टी20 में कमाल रिकॉर्ड

टी20 क्रिकेट में भी समाल का रिकॉर्ड शानदार है. वो 160 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 362 रन बना चुके हैं, जिसमें एक शतक और दो दोहरे शतक भी शामिल हैं. हालांकि इतने अच्छे आंकड़ों के बावजूद स्वास्तिक को आईपीएल ऑक्शन में किसी ने नहीं खरीदा. बता दें स्वास्तिक समाल ने ओडिशा प्रो टी20 लीग में कटक पैंथर्स टीम की कप्तानी की थी और उसने खिताब भी जीता.