Shubman Gill Flop Show: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी शुभमन गिल का टी20 इंटरनेशनल में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. संजू सैमसन की जगह उन्हें मौका देने पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि तकनीकी तौर पर इतने मजबूत होने के बावजूद शुभमन गिल क्यों इस फॉर्मेट में लगातार नाकाम साबित हो रहे हैं. आखिर क्यों शुभमन गिल का 22 गज की पट्टी पर टिकना तक मुश्किल हो गया है. कहीं इसकी वजह वो दबाव तो नहीं जो हर टी20 मैच से पहले उनपर रहता है. क्या है वो दबाव जिसके बोझ के तले शायद गिल दबे हुए हैं, जिसकी एक झलक कटक टी20 में भी दिखाई दी, आइए आपको बताते हैं.
गिल के फेल होने की वजह
शुभमन गिल के लगातार फेल होने की सबसे बड़ी तस्वीर कटक टी20 में देखने को मिली. दाएं हाथ का ये बल्लेबाज बेहद ही आक्रामक शॉट खेलने के फेर में आउट हो गया जो कि उनका गेम नहीं है. गिल ने पहली गेंद पर चौका लगाया लेकिन दूसरी गेंद पर उन्होंने हवाई प्रहार करने की कोशिश की, नतीजा वो लॉन्ग ऑन पर कैच आउट हो गए. गिल इस तरह की बैटिंग करते ही नहीं हैं. वो विराट की तरह पहले पिच का मिजाज पढ़ते हैं और उसके बाद अपने शॉट्स खेलते हैं लेकिन टीम इंडिया अब जिस तरह से टी20 क्रिकेट खेल रही है उसमें शायद इस तरह की रणनीति का कोई स्कोप नहीं है, यही वजह है कि गिल क्रीज पर आते ही आक्रमण करने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या संजू सैमसन का भी दबाव है?
शुभमन गिल ने संजू सैमसन की जगह ओपनिंग संभाली है. वो काफी तेजी से बल्लेबाजी करते हैं. उनका स्ट्राइक रेट 170 से ज्यादा का रहता है और वो तीन टी20 शतक भी लगा चुके हैं. तो क्या गिल संजू सैमसन की तरह ही खेलने की कोशिश कर रहे हैं. गिल को देखकर तो यही लग रहा है. साथ ही दबाव साथी खिलाड़ी का भी है. उनके साथ अभिषेक शर्मा बैटिंग के लिए आते हैं जो 200 के स्ट्राइक रेट से खेलते हैं. ऐसे में गिल का दबाव में आना स्वाभाविक है. हालांकि गिल को ये बात याद रखनी होगी कि वो साल 2025 में टी20 इंटरनेशनल में एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके हैं. वैसे तो वो टी20 टीम के उपकप्तान हैं लेकिन अगर उनका ऐसा ही प्रदर्शन जारी रहा तो टीम से ड्रॉप भी किया जा सकता है.