भारत और साउथ अफ्रीका वनडे सीरीज का फैसला अब आखिरी मैच में होना है. सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका ने जोरदार वापसी की थी. अब विशाखापट्टनम में शनिवार 6 दिसंबर को सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच खेला जाना है. मगर उससे पहले एक बड़ा सवाल टीम इंडिया की प्लेइंग-11 को लेकर उठा है कि क्या इसमें कुछ बदलाव होगा? क्या टीम इंडिया अपने एक स्टार खिलाड़ी को उसके बर्थडे के दिन ही ड्रॉप कर देगी? ये खिलाड़ी हैं- रवींद्र जडेजा.
बर्थडे पर टीम से ड्रॉप होंगे जडेजा?
शनिवार का दिन सिर्फ भारत और साउथ अफ्रीका के बीच निर्णायक मैच होने के कारण ही खास नहीं है बल्कि 6 दिसंबर को रवींद्र जडेजा का जन्मदिन भी है. टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर जडेजा अपना 37वां जन्मदिन मनाएंगे. ऐसे में उनका बर्थडे तो सेलिब्रेट होगा ही लेकिन क्या कोच गौतम गंभीर और कप्तान केएल राहुल उन्हें प्लेइंग-11 में बरकरार रखते हुए जन्मदिन का गिफ्ट देंगे. इस पर खास नजरें रहेंगी.
असल में इस सीरीज में जडेजा का प्रदर्शन बतौर ऑलराउंडर उतार-चढ़ाव भरा रहा है. रांची में खेले गए पहले मैच में उन्होंने बल्ले से कमाल किया था और सिर्फ 20 गेंदों में 32 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को 349 रन के अच्छे स्कोर तक पहुंचाया था. मगर दूसरे मैच में वो इसे दोहराने में नाकाम रहे थे. रायपुर में जडेजा का बल्ला नहीं चला था और आखिरी 10 ओवर में बैटिंग के लिए उतरने के बावजूद वो 27 गेंदों में सिर्फ 24 रन ही बना सके थे, जिसके चलते टीम इंडिया 380-390 के स्कोर तक नहीं पहुंच पाई और 358 रन बनाकर भी हार गई.
बॉलिंग में पूरी तरह फ्लॉप
बल्ले से इस मैच में नाकामी जडेजा के लिए आलोचना का कारण बनी. मगर इससे इतर दोनों ही मैच में वो गेंदबाजी में कोई कमाल नहीं कर पाए. पहले मैच में उन्होंने 9 ओवर में 61 रन खर्चे कर डाले, जबकि दूसरे मैच में कुछ बेहतर प्रदर्शन करते हुए 7 मैच में 41 रन ही दिए. मगर दोनों ही मैच में वो एक भी विकेट नहीं झटक सके. विकेट लेना तो दूर, किसी भी वक्त वो खतरनाक नहीं दिखे और अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उन्हें आराम से खेला था. ऐसे में उन्हें ड्रॉप करने को लेकर काफी चर्चा हो रही है. मगर इसके बावजूद आखिरी वनडे में भी उन्हें मौका मिलने की पूरी संभावना है क्योंकि बतौर बल्लेबाज वो अभी भी अहम योगदान देने की काबिलियत रखते हैं.
इस खिलाड़ी का कट सकता है पत्ता
मगर जिस खिलाड़ी को ड्रॉप किया जा सकता है वो हैं वॉशिंगटन सुंदर. दोनों ही मुकाबलों में सुंदर का बल्ला एकदम खामोश रहा और दोनों बार उनकी पारी नुकसानदायक ही साबित हुई. पहले मैच में उन्होंने 19 गेंदों में सिर्फ 13 रन बनाए थे, जबकि दूसरे मैच में तो 8 गेंदों में 1 रन ही बना सके. वहीं साउथ अफ्रीका के दाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाजों के सामने टीम इंडिया ने उनकी बॉलिंग पर ज्यादा भरोसा नहीं जता रही और इस सीरीज में वो कुल 7 ओवर बॉलिंग कर सके हैं, जिसमें उन्होंने 46 रन लुटाए हैं और कोई विकेट भी नहीं ले सके हैं. ऐसे में उनके बदले नीतीश कुमार रेड्डी को मौका मिल सकता है, जो बैटिंग में ज्यादा बेहतर साबित हो सकते हैं.