127 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा…ट्रेविस हेड ने चौथी पारी में बनाया महारिकॉर्ड, चौथी पारी में सबसे तेज टेस्ट शतक जड़ने वाले ओपनर बने

ई दिल्ली. दुनिया के विध्वंसक ओपनर में शुमार ट्रेविस हेड पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 205 रन के चेज में ऑस्ट्रेलिया की ओर से ओपनिंग करने उतरे. इस लेफ्ट-हैंड ओपनर ने टेस्ट मैच में 69 गेंदों में सेंचुरी जड़कर अपने नाम महारिकॉर्ड दर्ज कर लिया.

हेड की 69 गेंदों में सेंचुरी एशेज सीरीज के इतिहास में किसी भी बैट्समैन की दूसरी सबसे तेज सेंचुरी है. इसके अलावा वह ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच की चौथी पारी में सबसे तेज शतक जड़ने वाले ओपनर भी बन गए. उन्होंने इस दौरान जो डार्लिंग का 127 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया. डार्लिंग ने 1898 में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 275 रन के चेज में पारी की शुरुआत की थी और 85 गेंदों में सेंचुरी बनाई थी.

ट्रेविस हेड (Travis Head) ने पर्थ स्टेडियम में अपनी सेंचुरी में 12 चौके और 4 छक्के लगाए. हेड बाएं हाथ के ओपनर उस्मान ख्वाजा की जगह ओपनिंग में उतरे थे. उन्होंने सिर्फ 36 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. एशेज इतिहास में सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट के नाम है. गिलक्रिस्ट ने दिसंबर 2006 में वाका में खेले गए एशेज टेस्ट की दूसरी पारी में इंग्लैंड टीम के खिलाफ अपना शतक पूरा करने के लिए सिर्फ 57 गेंदों का सामना किया था.


ट्रेविस हेड ने चौथी पारी में शतक जड़कर इतिहास रच दिया.

टेस्ट इतिहास में सबसे तेज सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड मैकुलम के नाम
टेस्ट इतिहास में ओवरऑल सबसे तेज सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैकुलम के नाम है. फरवरी 2016 में कीवी टीम के लिए अपने आखिरी टेस्ट में मैकुलम ने क्राइस्टचर्च में 54 गेंदों में सेंचुरी जड़ी थी. इंग्लैंड के खिलाफ सबसे तेज स्ट सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड वेस्ट इंडीज के विव रिचर्ड्स के नाम है. अप्रैल 1986 में सेंट जॉन्स में खेले गए टेस्ट में विव को इंग्लैंड के खिलाफ 100 रन बनाने के लिए दूसरी इनिंग में सिर्फ 56 गेंदों की जरूरत पड़ी थी.

ट्रेविस हेड ने ‘बैजबॉल’ की रणनीति पर किया पलटवार
मैच की बात करें तो, ट्रेविस हेड (123) ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों पर दबदबा बनाते हुए शतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने तीन दिन रहते एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में आठ विकेट से जीत दर्ज की. हेड ने इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ की रणनीति पर पलटवार करते हुए 69 गेंद में शतक जड़ दिया जिससे यह एशेज क्रिकेट के शानदार सैकड़ों में शामिल हो गया. उस्मान ख्वाजा के चोटिल होने के कारण हेड को पारी का आगाज करने के लिए उतारा गया और उन्होंने मैदान में हर तरफ बाउंड्री लगाईं. जीत के लिए 205 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हेड ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 83 गेंद में 16 चौके और चार छक्के की मदद से 123 रन बनाए.

ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू एशेज टेस्ट में अजेय क्रम को 16 मैच तक पहुंचा दी
हेड टीम को जल्दी से जीत तक पहुंचाने की कोशिश में आउट हुए जब स्कोर दो विकेट पर 192 रन था और टीम को जीत के लिए महज 13 रन की दरकार थी. मार्नस लाबुशेन ने छक्का जड़कर स्कोर बराबर किया और जब टीम दो विकेट पर 205 रन पर पहुंची तो वह 51 रन बनाकर नाबाद रहे. पर्थ में दो दिन में पांच सेशन में तीन पारियों में तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा जिसमें 113 ओवर में 468 रन पर 30 विकेट गिरे. इसमें पहले दिन 19 विकेट और दूसरे दिन टी ब्रेक से पहले 11 विकेट गिरे. ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह घरेलू एशेज टेस्ट में अजेय लय 16 मैच तक बढ़ा दी. उसने 2010-11 में सीरीज गंवाने के बाद से 14 जीत और दो ड्रॉ खेले हैं.

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