AUS vs ENG: पर्थ टेस्ट के पहले दिन गेंदबाजों का कोहराम, 137 साल बाद Ashes में दिखा विकेटों का ऐसा पतझड़

मैच के पहले ही ओवर जब ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने इंग्लैंड के ओपनर जैक क्रॉली का विकेट लिया, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया भी ऑल आउट होने की कगार पर पहुंच जाएगी. मगर करीब ढाई साल के इंतजार के बाद लौटी एशेज सीरीज की शुरुआत ही इतनी सनसनीखेज रही कि बल्लेबाजों का क्रीज पर टिके रहना मुहाल हो गया और 137 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. पहले मिचेल स्टार्क और फिर बेन स्टोक्स ने ऐसा कहर बरपाया कि पर्थ टेस्ट के पहले दिन ही 19 विकेट गिर गए.

शुक्रवार 21 नवंबर से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में 5 मैच की एशेज सीरीज का पहला टेस्ट शुरू हुआ और इसका आगाज वैसा ही हुआ, जैसा ऑस्ट्रेलिया ने चाहा होगा. कप्तान पैट कमिंस और जॉश हेजलवुड जैसे दिग्गज तेज गेंदबाजों के बिना उतर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने अनुभवी गेंदबाज मिचेल स्टार्क से बड़ी जिम्मेदारी संभालने की उम्मीद थी और बाएं हाथ के इस पेसर ने निराश नहीं किया. पहले ओवर में क्रॉली को आउट करने के बाद स्टार्क ने अकेले ही जो रूट समेत इंग्लैंड के शुरुआती 3 विकेट झटक लिए.

गिरते विकेटों के बीच ऑली पोप, हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी. मगर स्टार्क ने आगे भी इंग्लैंड को परेशान करने का सिलसिला जारी रखा और टेस्ट करियर में पहली बार एक पारी में 7 विकेट लेकर इंग्लिश टीम को सिर्फ 172 रन पर ढेर कर दिया. स्टार्क ने इस दौरान एशेज में 100 विकेट भी पूरे किए. वहीं अपना टेस्ट डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज ब्रैंडन डॉगेट ने भी 2 विकेट लिए, जबकि एक सफलता कैमरन ग्रीन को भी मिली.

अगर स्टार्क ने अकेले ऐसा कहर बरपाया तो इंग्लैंड की पूरी पेस बैटरी ने ऑस्ट्रेलिया को अपनी तूफानी गेंदबाजी से बैकफुट पर धकेल दिया. पहले ओवर में जोफ्रा आर्चर ने डेब्यू कर रहे ओपनर जैक वेदराल्ड को आउट कर दिया. आर्चर और गस एटकिंसन की गेंदबाजी इतनी सधी थी कि शुरुआती 4 ओवर मेडन ही निकले. ऑस्ट्रेलिया का खाता पांचवे ओवर की चौथी गेंद पर जाकर खुला. इसके बाद भी इंग्लिश पेसर्स आग बरसाते रहे और जल्द ही आर्चर ने मार्नस लाबुशेन और अगले ओवर में ब्रायडन कार्स ने स्टीव स्मिथ को पवेलियन लौटा दिया.

कार्स ने उस्मान ख्वाजा को भी अपने अगले ओवर में ढेर कर दिया और सिर्फ 31 रन तक ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट गिर गए. यहां से कैमरन ग्रीन और ट्रेविस हेड ने पारी को संभाला और एक अच्छी साझेदारी जमाते हुए दिखे. मगर फिर इंग्लिश कप्तान स्टोक्स का जादू चला और उन्होंने देखते ही देखते अगले 5 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई पारी को ध्वस्त कर दिया. दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट गंवा दिए थे, जबकि वो सिर्फ 123 रन बना सकी थी.

इस तरह पर्थ टेस्ट मैच के पहले दिन कुल 19 विकेट गिरे, जो एशेज के पूरे इतिहास में सीरीज के पहले दिन ही सबसे ज्यादा हैं. इससे पहले एशेज सीरीज के पहले दिन 18 विकेट गिरने का रिकॉर्ड था, जो 137 साल पहले 1888 में देखने को मिला था. हालांकि, वो सिर्फ एक टेस्ट मैच की सीरीज थी. वहीं इतने ही विकेट 1896 की सीरीज के पहले दिन लॉर्ड्स में गिरे थे. वहीं 116 साल बाद एशेज के किसी भी टेस्ट मैच के पहले दिन इतने विकेट गिरते हुए दिखे. इससे पहले 1909 की सीरीज के चौथे टेस्ट में ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर पहले दिन सबसे ज्यादा 20 विकेट गिर थे.