IND vs SA: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट खत्म हुए तीन दिन बीत चुके हैं अब तैयारी 22 नवंबर से दूसरे टेस्ट की है. लेकिन पिछली हार के चर्चे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. कोच गौतम गंभीर की आलोचना तेज है क्योंकि गंभीर के कार्यकाल में पिछले एक साल में यह उनकी चौथी घरेलू टेस्ट हार थी.
अब प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैटिंग कोच गुस्से से आगबबूला दिखे. उन्होंने आलोचकों को डंके की चोट पर खरी-खोटी सुना दी. उन्होंने कहा कि कुछ आलोचनाएं पर्सनल वजहों से लोगों की तरफ से आती हुई लगती हैं.
क्या बोले सीतांशु कोटक?
कोटक ने शनिवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले गुरुवार को कहा, ‘गौतम गंभीर, गौतम गंभीर’ लगातार आलोचना की जा रही है. मैं यह इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं एक स्टाफ हूं और मुझे बुरा लग रहा है. यह तरीका नहीं है. हो सकता है कि कुछ लोगों का अपना एजेंडा हो, उन्हें गुड लक, लेकिन यह बहुत खराब है.’ ईडन गार्डन्स की पिच पर भी सवाल उठे थे, जिसपर कोटक ने खुलकर बात की. गंभीर ने हार के बाद स्वीकार किया था कि वह ऐसी ही पिच चाहते थे, लेकिन कोटक ने बताया उन्होंने जबरन पिच का दोष अपने सर मढ़ लिया.
‘कोई ऐसी पिच नहीं चाहता’
कोटक ने ईडन गार्डन्स की पिच के बारे में कहा कि ‘कोई नहीं चाहता था कि पिच ऐसी हो. पहले दिन से ही पिच में अलग-अलग बाउंस था, कुछ गेंदें फुल लेंथ से भी तेजी से ऊपर उठ रही थीं. देखिए, पिछले मैच के विकेट के बारे में गौतम ने कहा कि वह यही चाहते थे और उन्होंने सारा दोष अपने ऊपर ले लिया. उन्होंने दोष इसलिए लिया क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें क्यूरेटर पर दोष नहीं डालना चाहिए.’
कैसा व्यवहार कर रही थी पिच?
उन्होंने पिच को लेकर बताया, ‘अब, पिछले मैच में जो हुआ एक दिन बाद, ऐसा लगा जैसे यह टूट रहा है. थोड़ी मिट्टी जो गेंद पिच होने के बाद ऊपर आ गई थी. आप सभी देख सकते हैं, इसकी उम्मीद नहीं थी. अगर स्पिन की उम्मीद थी भी, तो वह 3 दिन बाद या तीसरे दिन शाम को थी. कभी-कभी, मौसम, कभी-कभी, क्यूरेटर भी ऐसा नहीं चाहते थे. मैं आपको सच बता रहा हूं.’