पाकिस्तान क्रिकेट एक बार फिर बड़े विवाद में फंस गया है. खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर कई बार पाकिस्तान को दुनियाभर में शर्मिंदा होना पड़ा है. इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. दरअसल, श्रीलंका की टीम इस समय पाकिस्तान के दौरे पर है, लेकिन इसी बीच इस्लामाबाद के एक न्यायिक परिसर के बाहर हुए आत्मघाती विस्फोट ने क्रिकेटर्स की टेंशन बढ़ा दी है. जिसके चलते सीरीज रद्द होने का खतरा भी मंडरा रहा था. लेकिन जैसे-तैसे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों को पाकिस्तान में रोका है. यानी आतंकवाद के चलते एक पारी फिर पाकिस्तान को सबसे सामने बेइज्जत होना पड़ा है, जो पिछले 25 सालों में 5वीं बार देखने को मिला है.
साल 2002 में टीम होटल पर हुआ हमला
दुनियाभर में आतंक को शह दे रहे पाकिस्तान में कई बार कब-कब क्रिकेट लहूलुहान हुआ है और टीमों ने बीच में ही दौरा रद्द किया है. साल 2002 में एक ऐसी घटना घटी थी, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. दरअसल, तब न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान के दौरे पर गई थी. लेकिन दौरे के बीच टीम होटल के बाहर एक बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. जिसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाड़ी दौरे को बीच में ही छोड़कर अपने देश लौट गए थे.
2008 चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छिनी
दरअसल, साल 2008 में चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में खेली जानी थी. लेकिन साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान जाने से साफ मना कर दिया था. जिसके चलते चैंपियंस ट्रॉफी का शेड्यूल अक्टूबर 2008 से बढ़ाकर कर सितंबर 2009 कर दिया गया था. लेकिन इसके बाद आईसीसी सुरक्षा रिपोर्ट्स को काफी बारीकी से जांचा परखा था और फिर पाकिस्तान से मेजबानी छीन ली थी. अंत में ये टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका में खेला गया था. तब भी पाकिस्तान को काफी शर्मशार होना पड़ा था.
2009 में बाल-बाल बचे श्रीलंकाई खिलाड़ी
साल 2009 में श्रीलंका की टीम के साथ पाकिस्तान में ऐसा कुछ हुआ था, जिसे कोई भी क्रिकेट फैन नहीं भूला सकता. तब श्रीलंका की टीम बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. आतंकवादियों ने गद्दाफी स्टेडियम के पास टीम की बस पर गोलियां चलाई थी. आतंकियों का मकसद श्रीलंकाई टीम को खत्म कर देना था, जिसमें दो खिलाड़ियों को गोली लगी थी और वह बाल-बाल बच गए थे. जिसके बाद खिलाड़ियों को पाकिस्तान वायुसेना के हेलीकॉप्टर के जरिए स्टेडियम से बाहर निकाला गया था और वह दौरे को बीच में छोड़कर श्रीलंका लौट गए थे. इस हमले के बाद विदेशी टीमों ने करीब एक दशक तक पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था.
2011 वर्ल्ड कप में मिला था बड़ा झटका
2011 वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश को भी मिली थी. लेकिन श्रीलंकाई टीम पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लगा था. आईसीसी ने सुरक्षा कारणों के चलते पाकिस्तान से वर्ल्ड कप की मेजबानी छीन ली थी. तब आईसीसी के इस फैसले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कम से कम 8 से 10 लाख डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था.
न्यूजीलैंड ने सीरीज शुरू होने से पहले छोड़ा पाकिस्तान
साल 2021 में न्यूजीलैंड के पाकिस्तान दौरा अचानक से रद्द करके सभी को चौंका दिया था. न्यूजीलैंड की टीम 18 साल के लंबे अंतराल के बाद पाकिस्तान दौरे पर आई थी. उन्होंने सीरीज शुरू होने से कुछ घंटे पहले ये फैसला लिया था. जिसकी वजह सुरक्षा कारण ही था. न्यूजीलैंड क्रिकेट की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि सुरक्षा को लेकर मिल रहे अलर्ट को देखते हुए उनके लिए ये दौरा जारी रखना संभव नहीं था.