वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की चौथी साल 2025 में शुरू हुई है, जो 2027 में खत्म होगी. इसके साल उसी साल नई साइकल की शुरुआत होगी. लेकिन 2027 से खेलनी जाने वाली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की साइकल में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. हाल ही में हुई ICC बोर्ड मीटिंग में इस पर बड़ा फैसला लिया गया है. पिछले कुछ समय से WTC में टू-टियर सिस्टम पर चर्चा हो रही थी. इसके तहत 12 टेस्ट खेलने वाली टीमों को दो डिवीजन में बांटा जाना था. लेकिन अब एक नया प्लान बनाया गया है.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में होगा बड़ा बदलाव
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में साल 2027 से सभी 12 टेस्ट खेलने वाली टीमों के शामिल होने की संभावना है. अभी तक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में कुल 9 टीमें ही खेलती हैं. लेकिन अब बाकी तीन टीमों की भी एंट्री होने जा रही है. ये तीन टीमें अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे और आयरलैंड है. ये तीनों टीमें टेस्ट तो खेलती हैं, लेकिन वो टेस्ट वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं होते हैं. हालांकि, अब इनकी भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में एंट्री तय मानी जा रही है. जिससे टूर्नामेंट का रोमांच और बढ़ जाएगा.
पिछले एक साल से ICC और क्रिकेट बोर्ड्स के बीच टू-टियर सिस्टम और रेलीगेशन-प्रमोशन मॉडल पर चर्चा चल रही थी. लेकिन फंडिंग मॉडल पर बात ना बनने और छोटी टीमों के नुकसान को देखते हुए इस पर काम ना करने का फैसला लिया गया है. दूसरी ओर भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के विरोध के बाद प्रमोशन-रिलेगेशन मॉडल पर भी बात नहीं बन पाई. अगर ये टीमें निचले डिवीजन में चली गई, तो उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ खेलने के मौके नहीं मिल पाएगा. इन सब के चलते टू-टियर सिस्टम अब ठंडे बस्ते में चली गई है.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खेलने वाली टीमें
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में फिलहाल खेलने वाली 9 टीमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज है. इस टूर्नामेंट की शुरुआत साल 2017 में हुई थी और पहला फाइनल साल 2019 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था, जहां कीवी टीम ने बाजी मारी थी. वहीं, दूसरे एडिशन में ऑस्ट्रेलिया ने खिताब जीता था. इस बार साउथ अफ्रीका की टीम चैंपियन बनी थी.