2017 के फाइनल ने कई लोगों का ध्यान खींचा. 2020 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल ने कुछ नए फैंस बनाए. 2025 के फाइनल ने एक नया इतिहास लिखने के साथ ही एक नई ऊर्जा भी दी. भारतीय महिला क्रिकेट का सफ तो लंबा रहा है लेकिन पिछले 8 सालों ने इसे नई मुकाम पर पहुंचाया है और अब भारतीय महिला टीम पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बन गई है. इस मंजिल तक पहुंचने के सफर में कई खिलाड़ियों ने अलग-अलग बलिदान दिए, जिनके बारे में अब दुनिया को पता चल रहा है. ऐसा ही एक सफर भारतीय टीम की ऑलराउंडर स्नेह राणा का भी रहा, जिन्होंने अपने विद्रोही और हार न मानने के जज्बे के कारण न सिर्फ वापसी की बल्कि जीत में योगदान दिया.
कुछ ही महीने पहले कि बात है, जब स्नेह राणा टीम इंडिया से बाहर चल रही थीं. दिसंबर 2023 से लेकर अप्रैल 2025 के बीच उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से आने वाली इस स्पिन-ऑलराउंडर ने टीम इंडिया के लिए सिर्फ 1 मैच खेला था- एक टेस्ट मैच. महिला क्रिकेट में साल-दो साल में कभी एक टेस्ट मैच होता है. वनडे और टी20 फॉर्मेट में करीब डेढ़ साल तक स्नेह को कोई मौका नहीं दिया गया और यही वक्त था, जब अप्रैल में वापसी करने के वक्त उन्होंने अपने दाएं हाथ की कलाई पर एक टैटू बनाया, जिसमें लिखा था- ‘विद्रोही’.
ये सिर्फ एक शब्द ही नहीं है, बल्कि स्नेह राणा के लिए उनकी पहचान या उनका दूसरा नेचर है. ये खुद स्नेह राणा कहती हैं और इसे साबित करके भी उन्होंने दिखाया है. अप्रैल 2025 में टीम इंडिया के लिए वनडे क्रिकेट में लौटने के बाद से ही वो लगातार टीम का हिस्सा हैं. वर्ल्ड कप से पहले अपने इस टैटू के बारे में स्नेह ने एक इंटरव्यू में बताया भी था.
स्टार स्पोर्ट्स के इस इंटरव्यू में स्नेह ने कहा था, “कोई भी परिस्थिति अगर मेरे खिलाफ चलती है तो मैं चाहती हूं कि मैं उस पर जीत हासिल करूं. तो मुझे एक तरह से विद्रोह करना पसंद है.” ईएसपीएन क्रिकइंफो के एक इंटरव्यू में भी स्नेह ने इस टैटू के बारे में बताते हुए कहा था, “अगर कोई कहता है कि ऐसा नहीं हो सकता तो मेरा स्वाभाविक जवाब होता है कि ये क्यों नहीं हो सकता. ये हो सकता है. मैं विद्रोह करती हूं.”
स्नेह राणा ने जिस तरह की वापसी की, वो सही मायनों में उनके इस टैटू को सही साबित करता है. स्नेह राणा की वापसी टीम इंडिया में मुश्किल लग रही थी लेकिन उनके बिना हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम को पिछले डेढ़ साल में परेशानी भी महसूस हो रही थी. अप्रैल 2025 में वनडे फॉर्मेट में लौटने के बाद से स्नेह ने 17 मैच में 28 विकेट हासिल किए. इसमें से 15 विकेट उन्होंने वर्ल्ड कप से पहले श्रीलंका में तीन देशों की सीरीज के दौरान लिए थे और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुनी गईं थी.
इसके बाद ही उन्हें वर्ल्ड कप में भी मौका मिला था. वो भले ही सेमीफाइनल और फाइनल में प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं थीं लेकिन उन्होंने 7 मुकाबलों में 7 विकेट लिए. सिर्फ इतना ही नहीं, इस दौरान स्नेह ने श्रीलंका, पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफ लोअर ऑर्डर में आकर छोटी लेकिन तेज और अहम पारियां खेली थीं, जिन्होंने टीम इंडिया को मुकाबले लायक स्कोर तक पहुंचाने में बड़ी मदद की थी.