मामा की मौत ने रुलाया, फिर भी खेला रणजी मैच, रोहित शर्मा ने मैदान पर बैठकर किया सपोर्ट

आसान नहीं होता किसी अपने को खोने के गम से उबरना. और, उस सदमे को झेलते हुए किसी प्रतिस्पर्धी मैच में खेलने उतरना तो कतई नहीं. लेकिन, 20 साल के मुशीर खान ने ना सिर्फ हिमाचल प्रदेश के खिलाफ रणजी मैच खेला बल्कि उसमें शतक भी जड़ा. मुशीर खान ने अपने मामा को खोया है. वो उनके दिल के बेहद करीब थे. उनसे उनकी कई यादें जुड़ी थी. दुख के टूटे इतने बड़े पहाड़ के बावजूद मुशीर ने मैच से फोकस हिलने नहीं दिया. और, शतक लगाकर शानदार जज्बा दिखाया. रिपोर्ट के मुताबिक, मुशीर खान जब ऐसा कर रहे थे तो रोहित शर्मा भी मैदान पर ही मौजूद थे.

मुशीर खान को मैच से पहले मिली मामा की मौत की खबर

मुशीर खान को अपने मामा के देहांत की खबर 8 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ रणजी मुकाबला शुरू होने से पहले ही मिल गई थी. उस खबर ने उन्हें झकझोरा जरूर मगर मैच से दूर नहीं जाने दिया. बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स पर खेले मुकाबले में मुंबई ने पहले बैटिंग की. मगर मुंबई की शुरुआत वैसी नहीं रही, जैसी उसी चाहिए थी. सिर्फ 73 रन पर ही मुंबई ने म्हात्रे, रहाणे, सरफराज खान जैसे बल्लेबाजों के विकेट खो दिए.

सरफराज सस्ते में निपटे मगर मुशीर ने ठोके 112 रन

मामा की मौत की खबर से टूटे सरफराज खान भले ही सिर्फ 16 रन बनाकर आउट हुए. मगर उनके छोटे भाई मुशीर खान की मंशा कुछ अलग करने की थी, जो कि उन्होंने किया भी. मुशीर खान ने शतक जड़ा. उन्होंने 162 गेंदों का सामना करते हुए 112 रन बनाए, जिसमें 14 चौके शामिल रहे.

इस शतकीय पारी के दौरान मुशीर खान ने एक और काम किया. उन्होंने 5वें विकेट के लिए सिद्धेश लाड के साथ शतकीय साझेदारी की, जिसने मुंबई को संकट से उबारने का काम किया.

मुशीर खान ने मामा की मौत पर क्या कहा?

मामा के देहांत के बाद जमाए अपने शतक पर मुशीर खान ने कहा कि, ये शतक काफी खास है. क्योंकि लंबे अंतराल के बाद आया है. उन्होंने कहा कि मैं बहुत ज्यादा इमोशनल महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैंने अपने मामा को खो दिया है. मुशीर ने भावुक होते हुए बताया कि उन्हें याद है कि वो अपने मामा की गोद में कैसे खेला करते थे.