Ranji Trophy: बड़ा भाई फेल तो छोटे ने पलटा खेल, 14 महीनों बाद लगाया पहला शतक, बरसाए खूब चौके

रणजी ट्रॉफी इतिहास की सबसे सफल टीम मुंबई के लिए नए सीजन की शुरुआत उतार-चढ़ाव भरी रही है. टीम को 3 में से एक ही मैच में जीत मिली है, जबकि 2 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं. इस टीम की इस हालत की एक बड़ी वजह बल्लेबाजों के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं दिखी है और स्टार बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए हैं. ये स्थिति चौथे मैच में भी जारी रही, जहां हिमाचल प्रदेश के खिलाफ टीम का टॉप ऑर्डर जल्दी निपट गया. मगर इसमें सिर्फ एक बल्लेबाज डटकर गेंदबाजों का सामना करता रहा और वो थे मुशीर खान, जिन्होंने एक बेहतरीन शतक लगाया.

शनिवार 8 नवंबर से रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के ग्रुप स्टेज में चौथे राउंड के मैच शुरू हुए. एलीट ग्रुप डी में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ मुंबई ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन पहले दिन ही टीम के शीर्ष क्रम के स्टार बल्लेबाज जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए. सिर्फ 35 रन तक ही दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और युवा ओपनर आयुष म्हात्रे समेत विकेट गिर गए थे. ऐसे वक्त में ओपनर मुशीर खान पर नजरें थीं और उनका साथ देने के लिए बड़े भाई सरफराज खान क्रीज पर उतर आए थे.

पिछले कुछ वक्त से टीम इंडिया में सरफराज की अनदेखी हो रही है, जो लगातार चर्चा का मुद्दा बना हुआ है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें मौका नहीं मिला, जिस पर खूब बहस हुई. ऐसे में इस बल्लेबाज के पास अपना दावा पेश करने का अच्छा मौका था लेकिन वो यहां नाकाम रहे. सरफराज और उनके छोटे भाई मुशीर के बीच 38 रन की साझेदारी हुई और आम तौर पर आक्रामक बैटिंग करने वाले सरफराज 57 गेंदों में सिर्फ 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.

मुंबई की स्थिति बुरी थी क्योंकि 73 रन तक ही उसके 4 विकेट गिर गए थे लेकिन मुशीर खान ने इस आपदा को अवसर में बदला और एक बेहतरीन शतक जमा दिया. सिर्फ 20 साल के इस बल्लेबाज ने मौजूदा सीजन में अपनी धीमी शुरुआत के बाद इस पारी से पूरी तरह लय हासिल की. मुशीर ने अपने फर्स्ट क्लास करियर का चौथा शतक जमाया और टीम को मुसीबत से बाहर निकाला. मुशीर का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पिछले 14 महीने में ये पहला शतक था. उनका पिछला शतक 5 सितंबर 2024 को दलीप ट्रॉफी में आया था. इसके बाद वो 3 पारियों में खाता भी नहीं खोल सके थे.

मुशीर आखिरकार 162 गेंदों में 112 रन की दमदार पारी खेलकर पवेलियन लौटे. इस दौरान उन्होंने सिद्धेश लाड के साथ पांचवे विकेट के लिए 157 रन की लाजवाब साझेदारी की, जिसने मुंबई को बेहतर स्थिति में पहुंचाया. वहीं दिन का खेल खत्म होने तक खुद सिद्धेश लाड ने भी अपना 12वां फर्स्ट क्लास शतक जमा दिया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक वो 100 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि मुंबई ने 5 विकेट खोकर 289 रन बना लिए थे.