पीएम मोदी का चेहरा क्यों चमकता रहता है? हरलीन देओल को मिला ये जवाब

Womens World Cup 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एथलीटों के साथ बातचीत अक्सर यादगार पल बन जाती है. चाहे ओलंपियन हों या क्रिकेटर, PM मोदी ने हमेशा बड़े ग्लोबल इवेंट्स से पहले या बाद में भारतीय खिलाड़ियों से मिलना जरूरी समझा है. बुधवार, 5 नवंबर को प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर महिला वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम से मुलाकात की. ये मीटिंग एक मजेदार और हल्के-फुल्के माहौल में हुई, जहां पीएम मोदी और खिलाड़ियों ने सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि मैदान से बाहर की लाइफ के बारे में भी बात की. इस दौरान टीम की खिलाड़ी हरलीन देओल ने पीएम मोदी से उनके चमकते चेहरे का भी राज पूछ लिया. जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शानदार जवाब दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान भारतीय महिला टीम की खिलाड़ी हरलीन देओल ने पूछा, “सर मुझे आपकी स्किन केयर रूटिन के बारे में जानना है. आप बहुत ग्लो करते हैं”? इस पर सभी खिलाड़ी हंस पड़े. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं इस विषय पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. ये करोड़ों देश वासियों का प्यार है. सरकार में भी मुझे 25 साल हो गए. ये लंबा समय होता है. उसके बाद भी जब इतने आशीर्वाद मिलते हैं, तो उसका एक प्रभाव रहता है”.

इस दौरान भारतीय महिला टीम के हेड कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि सर, आपने देखा सवाल कैसे आते हैं? अलग-अलग कैरेक्टर हैं, मुझे दो साल हो गए, इनका हेड कोच बने हुए. बाल सफेद हो गए हैं. इस बात पर पीएम मोदी हंसने लगे.

पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से की ये अपील

इस दौरान पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से अपने-अपने स्कूलों में जाकर स्टूडेंट्स से बातचीत करने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि जब आप घर वापस जाएंगे, तो जाहिर है बहुत खुशी और एक्साइटमेंट होगा, लेकिन कुछ दिनों बाद आप जिस स्कूल से पढ़े हैं, वहां जाएं और बच्चों के साथ एक दिन बिताएं. वे आपसे बहुत सारे सवाल पूछेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि वो स्कूल और वे बच्चे आपको जिंदगी भर याद रखेंगे. वर्ल्ड कप जीतने के साथ भारत ICC महिला वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन के तौर पर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के साथ शामिल हो गया. इससे पहले टीम इंडिया दो बार इस मेगा टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन दोनों बार उसे हार का सामना करना पड़ा था.