मोहम्मद शमी को सजा दे रही BCCI? तीन मैच में 15 विकेट लेकर भी नहीं हुआ सेलेक्शन

रोहित शर्मा और विराट कोहली का टीम इंडिया में भविष्य क्या होगा? क्या सिर्फ एक फॉर्मेट खेल रहे इन दोनों दिग्गजों को 2027 के वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिलेगा? भारतीय क्रिकेट के इन दोनों दिग्गजों को लेकर फैंस ये सवाल लगातार पूछ रहे हैं. मगर इन दोनों को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का करियर खत्म होता दिख रहा है. फिटनेस के कारण पिछले कुछ वक्त से टीम में नहीं चुने जा रहे शमी को अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया है. ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि क्या शमी को उनकी बयानबाजी की सजा मिल रही है?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बुधवार 5 नवंबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट मैच की सीरीज के लिए टीम इंडिया के स्क्वॉड का ऐलान किया. इसमें ऋषभ पंत की जहां टीम में वापसी हुई तो तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की जगह आकाश दीप को चुना गया. मगर बंगाल क्रिकेट टीम और टीम इंडिया में आकाश के सीनियर शमी की फिर अनदेखी हो गई. शमी की ये अनदेखी ऐसे वक्त में हुई जब वो रणजी ट्रॉफी में लगातार खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज के लिए शमी को न चुने जाने के सवाल पर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने उनकी फिटनेस का हवाला दिया था. अगरकर ने तब कहा था कि अगर वो पूरी तरह फिट होते तो इंग्लैंड भी जाते और ऑस्ट्रेलिया भी. अगरकर ने तब ये भी कहा था कि शमी रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं और फिर आगे देखा जाएगा. इसके बाद से ही स्टार तेज गेंदबाज ने बंगाल के लिए लगातार 3 रणजी ट्रॉफी मैच खेले, जिसमें 15 विकेट लेकर टीम को 2 मुकाबले जिताए. शमी ने इस दौरान दो पारियों में 5 से ज्यादा विकेट लिए और कुल 95 ओवर की गेंदबाजी की है.

शमी की धार और उनकी लय इस दौरान बेहतरीन लगी है और ऐसे में ये उम्मीद की जा सकती थी कि शमी को आगे चुना जाएगा. मगर क्या अगरकर और टीम मैनेजमेंट शमी की फिटनेस से अभी भी खुश नहीं है? या फिर 35 साल के दिग्गज पेसर की बयानबाजी सेलेक्शन कमेटी और बोर्ड को पसंद नहीं आई और उसकी ही सजा उन्हें मिल रही है? ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम में जगह न मिलने के बाद जब फिटनेस को लेकर सवाल हुआ था तब शमी ने कहा था कि अगर वो 4 दिन का रणजी ट्रॉफी मैच खेल सकते थे तो 50 ओवर के वनडे मैच भी खेल सकते थे. शमी ने साथ ही कहा था कि उनका काम प्रदर्शन करना है, फिटनेस का सबूत देना उनका काम नहीं.