रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन में ग्रुप स्टेज के दूसरे दौर में एक ऐसा मुकाबला खेला गया, जो पूरे दो दिन भी नहीं चल पाया. असम के तिनसुकिया में खेले गए इस मुकाबले में सर्विसेज ने मेजबान टीम को 8 विकेट से हरा दिया. मगर सर्विसेज की जीत या असम की हार की बजाए ये मैच सबसे कम समय में खत्म होने के कारण सुर्खियों में आ गया. गेंदबाजों के दबदबे वाले इस मैच में सिर्फ 90 ओवर यानि 540 गेंदों का खेल हो पाया और इस तरह ये रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे छोटा मैच साबित हुआ.
तिनसुकिया में शनिवार 25 अक्टूबर से इस मुकाबले की शुरुआत हुई, जिसमें मेजबान असम ने पहले बैटिंग की. सर्विसेज के गेंदबाजों ने ऐसा कहर बरपाया कि पूरी टीम सिर्फ 103 रन पर ढेर हो गई. असम की ये पारी 17. 2 ओवर यानि 104 गेंदों तक चली. इस दौरान सर्विसेज की ओर से दो गेंदबाजों ने हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया. ये पहला मौका था जब रणजी ट्ऱॉफी की किसी एक पारी में 2 गेंदबाजों ने हैट्रिक लगाई हो.
ये मैच का पहला ही दिन था और एक्शन अभी खत्म नहीं हुआ था. असम के बाद सर्विसेज की पारी का भी ऐसा ही हाल हुआ और वो भी पहले दिन ही सिर्फ 108 रन पर ढेर हो गई. उसका ये हाल रियान पराग ने किया. असम के लिए बॉलिंग की शुरुआत करते हुए रियान ने 10 ओवर में 5 विकेट झटके और सर्विसेज की पारी 29.2 ओवर यानि 176 गेंदों में ढेर हो गई.
हालांकि इस टीम को 5 रन की बढ़त मिल गई थी लेकिन पहले दिन का खेल अभी भी खत्म नहीं हुआ था. असम ने दूसरी पारी में अपनी बल्लेबाजी शुरू की और दिन का खेल खत्म होने तक फिर से 5 विकेट गंवा दिए. यानि पहले दिन ही 25 विकेट गिर गए थे. रविवार 26 अक्टूबर को दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो असम के बचे हुए 5 विकेट भी जल्दी निपट गए और पूरी टीम सिर्फ 75 रन पर ढेर हो गई. इस बार असम ने 29.3 ओवर यानि 177 गेंद खेली.
सर्विसेज को जीत के लिए सिर्फ 71 रन का लक्ष्य मिला और उसने 2 विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया. ये दोनों विकेट रियान पराग ने ही लिये और इस तरह मैच में 7 शिकार अपने नाम किए. मगर फिर भी उनकी टीम ये मैच 2 दिन से भी कम समय में हार गई. सर्विसेज ने सिर्फ 13.5 ओवर (83 गेंद) में जीत दर्ज कर ली.
इस तरह चारों पारियों में मिलाकर इस मैच में कुल 540 गेंद यानि 90 ओवर का ही खेल हो सका और रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे छोटे मैच का नया रिकॉर्ड बन गया. असम-सर्विसेज के मैच में 63 साल पहले खेले गए मुकाबले का रिकॉर्ड टूट गया. इससे पहले 1962 में दिल्ली और रेलवेज के बीच खेला गया मैच सिर्फ 547 गेंदों में खत्म हो गया था और तब से 2025 तक ये रणजी ट्रॉफी में सबसे कम गेंदों वाला मैच था. मगर अब ये रिकॉर्ड टूट गया है.