Mohammad Shami: फिटनेस विवाद के बीच मोहम्मद शमी ने फिर बरपाया कहर, झटक दिए 7 विकेट

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी फिटनेस इन दोनों काफी सुर्खियों में बनी हुई है. वह पिछले 7 महीनों से टीम इंडिया के लिए नहीं खेले हैं और बीसीसीआई की ओर से इसी वजह उनकी खराब फिटनेस बताई जा रही है. लेकिन शमी खुद को लगातार फिट बता रहे हैं. इसी बीच वह रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पहले राउंड में बंगाल की टीम के लिए खेलने उतरे और अपनी घातक गेंदबाजी से सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.

मोहम्मद शमी ने झटके 7 विकेट

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पहले राउंड में मोहम्मद शमी उत्तराखंड की टीम के खिलाफ खेलने उतरे. इस मुकाबले की दोनों पारियों में उन्होंने कमाल की गेंदबाजी की. शमी ने मैच की पहली पारी में 14.5 ओवर गेंदबाजी की और 37 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए. खास बात ये रही कि उन्होंने ये 3 विकेट सिर्फ 4 गेंदों में लिए. दरअसल, उन्होंने अपने 15वें ओवर की दूसरी गेंद पर पहली सफलता हासिल की और फिल तीसरे-पांचवीं गेंद पर भी सफलता हासिल की.

इसके बाद मोहम्मद शमी ने दूसरी पारी में भी कहर बरपाया. इस पारी में उन्होंने 24.4 ओवर फेंके और 38 रन खर्च करते हुए 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. यानी मोहम्मद शमी इस मैच में कुल 7 विकेट हासिल करने में कामयाब रहे. इसके साथ-साथ उन्होंने लगभग 40 ओवर गेंदबाजी करते अपनी फिटनेस का भी टेस्ट दिया. जो सबसे ज्यादा चर्चा में भी है. इस मैच में वह अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज भी रहे. ऐसे में शमी अपनी फिटनेस और फॉर्म को आने वाले मैचों में भी जारी रखते हैं तो वह टीम इंडिया में वापसी करते हुए नजर आ सकते हैं.

फिटनेस पर छिड़ा बवाल

बता दें, हाल ही में सेलेक्टर अजीत अगरकर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम का ऐलान करने के बाद कहा था कि उनके पास शमी की फिटनेस के बारे में कोई जानकारी नहीं है. जिसके बाद शमी ने उत्तराखंड के खिलाफ मैदान पर उतरने से पहले कहा था, ‘अगर फिटनेस का मसला है तो मुझे बंगाल के लिए नहीं खेलना चाहिए. मैंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025, IPL 2025, दलीप ट्रॉफी खेली है और मैं अच्छे टच में हूं. अगर मैं चार दिवसीय खेल सकता हूं, तो मैं 50 ओवर का क्रिकेट भी खेल सकता हूं.

हालांकि, अगरकर शमी की इस बात से सहमत नजर नहीं आए. उन्होंने एक न्यूज चैनल के इवेंट में कहा, ‘वो भारत के लिए एक शानदार खिलाड़ी रहे हैं और अगर उन्होंने कुछ कहा है तो इसको लेकर हम दोनों बातचीत करेंगे. इंग्लैंड दौरे से पहले भी हमने कहा था कि अगर वो फिट होते तो वो वहां होते. अगर वो अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं तो आप क्यों नहीं उन्हें टीम में चुनोगे. मगर पिछले 6-8 महीने या एक साल में हमने देखा कि वो फिट नहीं थे, हम उन्हें पिछली बार ऑस्ट्रेलिया भी ले जाना चाहते थे, लेकिन वो पूरी तरह फिट नहीं थे. अगर वो फिट रहते हैं तो क्या पता अगले कुछ महीनों में हालात बदल सकते हैं.’