ट्रॉफी विवाद के बीच मंगलवार को एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की बैठक हुई. इस मीटिंग में बीसीसीआई ने ACC प्रमुख मोहसिन नकवी की जमकर क्लास लगाई. बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने नकवी को खरी-खरी सुनाई और माफी मांगने और ट्रॉफी भेजने को मजबूर किया.
बैठक की शुरुआत में मोहसिन नकवी ने तेवर दिखाते हुए कहा कि आपके खिलाड़ियों ने मेरे साथ बहुत खराब व्यवहार किया. मैं कार्टून की तरह ट्रॉफी लेकर खड़ा रहा. आपके खिलाड़ी मोबाइल पर लगे रहे. वीडियो गेम खेलते रहे, लेकिन इतनी भी तमीज नहीं दिखाई कि ट्रॉफी लेने आते जब मैं लेकर खड़ा था. अब मैं ऐसे ट्रॉफी नहीं देने वाला. आप अपने कप्तान को दुबई भेजिए और वो मुझसे ट्रॉफी ले जाए.
राजीव शुक्ला ने किया पलटवार
इतना सुनते ही राजीव शुक्ला ने फौरन पलटवार करते हुए कहा कि आपने सोचा भी कैसे कि हमारे खिलाड़ी आपके हाथ से ट्रॉफी ले लेंगे. आप एसीसी चैयरमैन, पीसीबी चैयरमैन के साथ पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं. अपने फुटबॉलरों के जहाज गिराने जैसे तमाम ऊल-जुलूल ट्वीट किए. फिर आपने ये मुगालता कैसे पाल लिया. क्रिकेट और राजनीति का घालमेल आपने किया.
राजीव शुक्ला ने आगे कहा कि आपको चाहिए था कि भारतीय बोर्ड से पहले ही बात करते या बोर्ड के किसी अधिकारी से बात कर लेते. आप कहते कि मैं ट्रॉफी दूं या नहीं. चलिए फिर अगर आप देने आ भी गए थे तब बात कर लेते , आपको बता दिया जाता कि आपके हाथ से खिलाड़ी ट्रॉफी नहीं लेंगे. आखिर आपने वजह ही खुद ऐसी दे दी थी. आप क्यों लंबे वक्त तक खड़े रहकर कंट्रोवर्सी बढ़ाने में लगे थे. ये आपको शोभा नहीं देता. हमारा कप्तान मुम्बई में है वो दुबई क्यों आएगा अब? वो तब जब मैं बता चुका हूं कि आपके हाथों से ट्रॉफी नहीं लेनी उनको. आप ट्रॉफी एसीसी या आईसीसी में भेज दें, हम वहां से मंगवा लेंगे.
डांट के बाद नकवी की अक्ल आई ठिकाने
इतनी खरी खोटी सुनने के बाद नकवी ने कहा कि राजीव जी आप ठीक कह रहे हैं. जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था. मैं उसके लिए माफी मांगता हूं. मैं ट्रॉफी आईसीसी को भेज रहा हूं, आप वहां से मंगवा लें. इस पर राजीव शुक्ला ने नकवी को धन्यवाद कहा और बोला ठीक है. ये पहले ही कर देते.