पर्थ का मैदान हो और उसमें गेंदबाजों का कहर देखने को न मिले, ऐसा कम ही होता है. आम तौर पर ऐसा नजारा टेस्ट क्रिकेट में दिखता है, जहां ज्यादातर मौकों पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सामने वाली टीम के बल्लेबाजों पर कहर बरपा देते हैं. कभी-कभार मेजबान टीम भी इसका शिकार होती है. ODI जैसे फॉर्मेट में आम तौर पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है. मगर जब गेंदबाज की लाजवाब हो तो फिर फॉर्मेट का क्या ही फर्क पड़ना. इसका सबसे ताजा उदाहरण देखने को मिला भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले वनडे मैच में, जहां अनुभवी तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड ने स्टार बल्लेबाजों से भरी भारतीय बैटिंग लाइन-अप को दहला दिया.
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में भले ही पुराने वाका स्टेडियम जैसी बात न हो लेकिन अभी भी पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के इस मैदान में बल्लेबाजी करना आसान नहीं है. खास तौर पर जब सामने लंबे कद के तेज गेंदबाज हों, जिनकी गेंदबाजी एकदम सटीक हो. इस मैदान पर पहली बार वनडे क्रिकेट खेल रही टीम इंडिया को भी अब ये एहसास हो गया. रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की वापसी को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई इस वनडे सीरीज के पहले मैच में महफिल लूटी हेजलवुड ने.
टीम इंडिया ने इस मैच में पहले बैटिंग की लेकिन उसकी पारी चार अलग-अलग मौकों पर बारिश के कारण प्रभावित हुई और मैच को रोकना पड़ा. इस दौरान तीसरे ब्रेक तक जॉश हेजलवुड अपना कहर बरपा चुके थे और भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ा चुके थे. इसकी शुरुआत उन्होंने चौथे ओवर में की, जब एक बेहतरीन गेंद पर रोहित शर्मा स्लिप में कैच आउट हो गए. इसके बाद भी हेजलवुड का कहर जारी रहा और वो विराट कोहली से लेकर शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों को परेशान करते रहे.
दूसरे ब्रेक के बाद जब मैच शुरू हुआ तो श्रेयस अय्यर ने उनकी पहली ही गेंद पर चौका जमा दिया. मगर उनका ये अंदाज ज्यादा देर तक नहीं चला क्योंकि उसी ओवर में ऑस्ट्रेलियाई पेसर ने अय्यर को शॉर्ट गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट करवा दिया. इस तरह हेजलवुड ने इंटरनेशनल क्रिकेट और IPL की 13 पारियों में मिलाकर कुल 7वीं बार श्रेयस अय्यर को अपना शिकार बना दिया. वहीं अय्यर इन पारियों में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज के खिलाफ सिर्फ 66 रन ही बना सके हैं.
हेजलवुड ने सिर्फ विकेट ही नहीं लिए बल्कि भारतीय बल्लेबाजों को एक-एक रन के लिए तरसा दिया. उनके खिलाफ स्कोर करना दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों के लिए टेढ़ी खीर साबित हुआ. भारतीय टीम ने हालांकि 3 चौके जरूर जमाए लेकिन ये काफी नहीं था. बारिश के कारण ओवर लगातार घटते रहे और इसके चलते जॉश हेजलवुड सिर्फ 7 ओवर की करा सके लेकिन इन 42 गेंदों के स्पैल में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने 35 गेंदों में कोई रन नहीं दिया. उनके खिलाफ जो 20 रन आए, उसमें 3 चौके, 4 सिंगल्स और 4 वाइड का योगदान रहा.