सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में वैभव सूर्यवंशी का बल्ला बिहार के लिए खूब चला है. या यूं कहें कि टीम के साथी खिलाड़ियों के मुकाबले ना सिर्फ तेज चला है. बल्कि बिहार के लिए सबसे ज्यादा रन भी उन्हीं के बल्ले से निकले हैं. हालांकि, क्रिकेट एक टीम गेम है. और, इसमें एक खिलाड़ी का प्रदर्शन जीत नहीं दिला सकता. यही वजह है कि बिहार की टीम के साथ सिर्फ 10 दिन में वो हो गया, जो नहीं होना चाहिए था.
हैदराबाद ने बिहार को 7 विकेट से हराया
बिहार को 6 दिसंबर को खेले हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में भी हार का सामना करना पड़ा है. हैदराबाद ने बिहार को 7 विकेट से हराया. हैदराबाद के खिलाफ वैभव सूर्यवंशी सिर्फ 11 रन बनाकर आउट हो गए. उनके जल्दी आउट होने का असर ये हुआ कि बिहार की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 132 रन ही बना सकी. जवाब में हैदराबाद ने 133 रन के लक्ष्य को 12.5 ओवर में ही चेज कर लिया.
10 दिन में 6 हार से दो-चार हुआ बिहार
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बिहार ने अपना पहला मैच 26 नवंबर को खेला था. तब से 6 दिसंबर तक यानी 10 दिनों में उसने खेले 6 मुकाबलों में 6 हार का सामना किया है. मतलब उसका अभी तक टूर्नामेंट में खाता नहीं खुला है.
वैभव सूर्यवंशी का बल्ला सबसे ज्यादा बरसा
बिहार की टीम का सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में अब तक खेले 6 मैचों में खाता भले ना खुला हो. मगर उन 6 मैचों में वैभव सूर्यवंशी का बल्ला टीम के बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले ज्यादा जबरदस्त बरसा है. वैभव ने 6 मैचों में अकेले ही टीम के बाकी खिलाड़ियों के बराबर छक्के मारे हैं. उन्होंने बाकी टीममेट से ज्यादा रन भी बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट और बल्लेबाजी औसत भी बिहार के बाकी बल्लेबाजों की तुलना में कहीं ज्यादा है.
6 मैच में 14 छक्के के साथ ठोके 197 रन
वैभव सूर्यवंशी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 6 मैचों में 197 रन बनाए हैं, जिसमें 14 छक्के शामिल रहे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 168.37 का रहा और औसत 39.40 का. बिहार के बाकी खिलाड़ियों ने मिलकर SMAT 2025 में 14 छक्के लगाए हैं. वैभव और बाकी खिलाड़ियों के बीच का यही फर्क ही कहीं ना कहीं SMAT 2025 में बिहार के ना जीत पाने की वजह बन रहा है.