11 की उम्र में पिता को खोया, मां ने बनाया चैंपियन, शतकवीर सेनुरन मुथुसामी ने तोड़े कई रिकॉर्ड

Senuran Muthusamy Century: सेनुरन मुथुसामी इस नाम को भारत के ज्यादा क्रिकेट फैंस जानते नहीं होंगे लेकिन गुवाहाटी में अब इस खिलाड़ी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसके बाद इस खिलाड़ी का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. सेनुरन मुथुसामी ने गुवाहाटी टेस्ट की पहली पारी में शानदार सेंचुरी लगाई. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 7वें नंबर पर उतरकर सैकड़ा लगा दिया. मुथुसामी ने 192 गेंदों तक संघर्ष करते हुए अपने करियर का पहला शतक लगाया. मुथुसामी ने बुमराह, सिराज, कुलदीप यादव जैसे दिग्गज गेंदबाजों का सामना करने हुए ये कमाल किया. मुथुसामी ने अपनी इस सेंचुरी से कई रिकॉर्ड तो तोड़े ही हैं लेकिन इससे पहले जानिए इनके बारे में वो बात जो सच में बेहद प्रेरित करने वाली है.

सेनुरन मुथुसामी को मां ने बनाया चैंपियन क्रिकेटर

सेनुरन मुथुसामी भारतीय मूल के हैं और उनके पूर्वज तमिलनाडु के नागापट्टिनम से संबंध रखते हैं. हालांकि इस खिलाड़ी का जन्म डरबन में हुआ था. मुथुसामी को क्रिकेट के मैदान में उनके पिता लेकर आए लेकिन जब ये खिलाड़ी महज 11 साल का था तो उनका देहांत हो गया. इसके बाद मुथुसामी को उनकी मां वाणी मूडली ने पाला. उन्होंने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने पहले क्रिकेट के खेल को सीखा और फिर अपने बेटे की बल्लेबाजी और गेंदबाजी की बॉलिंग तकनीक के वीडियो शूट किए.

सेनुरन मुथुसामी के पिता का सपना था कि उनका बेटा एक दिन साउथ अफ्रीका के लिए खेले और इस खिलाड़ी ने वो कर दिखाया. मुथुसामी ने साल 2019 में भारत के खिलाफ ही विशाखापट्टनम टेस्ट में डेब्यू किया और संयोग देखिए अब इसी टीम के खिलाफ उन्होंने अपने करियर का पहला शतक लगाया है.

मुथुसामी का रिकॉर्ड

मुथुसामी ने अपने शतक से कई बड़े कारनामों को अंजाम दिया है. पिछले 15 सालों में भारत में सिर्फ 2 बार 7वें नंबर के बल्लेबाजों ने टेस्ट शतक लगाया है और मुथुसामी उनमें से एक हैं. इससे पहले साल 2019 में क्विंटन डिकॉक ने ऐसा किया था. मुथुसामी पिछले 6 सालों में भारत में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज हैं. साल 2019 में ये कमाल डीन एल्गर ने किया था.