100 years of Indian Hockey: भारतीय हॉकी के 100 साल पूरे, ये हैं 10 सबसे बड़ी जीत

100 years of Indian Hockey: साल 1925 में शुरू हुआ भारतीय हॉकी का सफर आज भी जारी है. इंडियन हॉकी फेडरेशन (IHF) की स्थापना 1925 में ग्वालियर में हुई थी. अगले ही साल भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड का एक दौरा किया, जहां ध्यान चंद ने पहली बार अपनी पहचान बनाई. इन 100 सालों में भारत ने ओलंपिक में 13 मेडल्स (8 गोल्ड, 1 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज) अपने नाम किए हैं. इस दौरान टीम इंडिया ने 10 बड़ी जीत दर्ज की थी. कौन सी वो 10 बड़ी जीत आइए बताते हैं?

1. ओलंपिक में जीता पहला गोल्ड

1925 में भारत में हॉकी की शुरुआत हुई थी. इसके 3 साल बाद ही भारतीय टीम ने गोल्ड मेडल जीतकर दुनियाभर में अपने नाम का डंका बजा दिया. 1928 में एम्स्टर्डम ओलंपिक भारत ने नीदरलैंड को 3-0 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. इस टूर्नामेंट में भारत ने एक भी गोल नहीं खाया था.

2. लॉस एंजिल्स में भी किया बड़ा कमाल

एम्स्टर्डम ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद भारत ने चार साल के बाद फिर उसी इतिहास को दोहराया. साल 1932 में लॉस एंजिल्स में हुए ओलंपिक में हॉकी के फाइनल में भारतीय टीम ने अमेरिका को 24-1 से हराकर गोल्ड मेडल फिर अपने नाम किया था. आज तक इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ पाया है. इस मुकाबले में ध्यानचंद ने 8 गोल किए थे. रूप सिंह ने 10 गोल दागे थे.

3. बर्लिन में लगाई गोल्ड मेडल की हैट्रिक

साल 1936 में बर्लिन में हुए ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई. खिताबी मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 8-1 से हरा दिया. इस ओलंपिक में मेजर ध्यानचंद ने टीम की कप्तानी की थी.

4. लंदन में भारत ने दर्ज की यादगार जीत

आजादी के एक साल बाद भारत ने लंदन में एक यादगार जीत दर्ज की. 1948 लंदन ओलंपिक में भारतीय टीम ने ब्रिटेन को 4-0 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. ये पल भारतीय खेल इतिहास का सबसे भावुक पल था.

5. भारत ने जीता लगातार पांचवां गोल्ड

लंदन ओलंपिक में शानदार जीत दर्ज करने के चार साल बाद 1952 में हेलसिंकी ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने अपना दबदबा कायम रखा. खिताबी मुकाबले में नीदरलैंड को 6-1 से हराकर टीम इंडिया ने ओलंपिक में लगातार पांचवां गोल्ड अपने नाम किया. इस मुकाबले में बलबीर सिंह सीनियर ने 5 गोल किए थे.

6. पाकिस्तान को हराकर जीता गोल्ड

आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान पहली बार 1956 में मेलबर्न में हुए ओलंपिक खेलों में एक-दूसरे के सामने आई थीं. हॉकी के इस खिताबी मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 1-0 से हराकर ओलंपिक में लगातार छठा गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. इस ओलंपिक में भारत ने कुल 38 गोल किए थे. इसमें से अकेले 15 गोल उधम सिंह ने किए थे. ये अभी तक ओलंपिक में किसी भी भारतीय द्वारा किए गए सर्वाधिक गोलों का रिकॉर्ड है.

7. पाकिस्तान से लिया हार का बदला

1960 के ओलंपिक में पाकिस्तान के हाथों मिली हार का बदला भारत ने 1964 में लिया. टोक्यों ओलंपिक में टीम इंडिया ने फाइनल में पाकिस्तान को 1-0 से हराकर सातवां गोल्ड जीता.

8. भारत ने जीता पहला वर्ल्ड कप

भारतीय हॉकी टीम अब तक केवल एक बार ही वर्ल्ड कप का खिताब जीत पाई है. साल 1975 में कुआलालंपुर में वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था.

9. मॉक्सो में टीम इंडिया ने जीता गोल्ड मेडल

14 साल के इंतजार के बाद भारतीय टीम ने 1980 में ओलंपिक में एक बार फिर गोल्ड मेडल जीता. मॉस्को में हुए ओलंपिक खेलों में टीम इंडिया ने स्पेन को 4-3 से हराकर अपना आठवां गोल्ड मेडल जीता. इसके बाद से टीम इंडिया अभी तक ओलंपिक में गोल्ड मेडल नहीं जीत पाई है.

10. 41 साल के बाद जीता मेडल

ओलंपिक में 41 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय हॉकी टीम ने साल 2021 में टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. टीम इंडिया ने जर्मनी को 5-4 से क्वार्टरफाइनल में हराया. इसके बाद साल 2024 में पेरिस ओलंपिक में भी भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज जीता.