Tushar Deshpande in Ranji Trophy: मुंबई ने रणजी ट्रॉफी के नए सीजन में अपने अभियान की शुरुआत शानदार तरीके से की है. कप्तान शार्दुल ठाकुर की अगुवाई में टीम ने जम्मू-कश्मीर को 35 रनों से हरा दिया. इस मैच के दौरान मुंबई के एक खिलाड़ी के साथ बहुत बुरा हुआ. ये खिलाड़ी बीच मैदान में 10 सेकेंड के लिए बेहोश हो गया था, फिर उसे अस्पताल ले जाया गया. फिर भी 30 साल के इस गेंदबाज ने हिम्मत नहीं हारी और मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जिताकर ही दम लिया.
तुषार देशपांडे हुए बेहोश
इस हफ्ते श्रीनगर में मुंबई और जम्मू-कश्मीर के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफी मैच से पहले भारतीय तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे की तबीयत अचानक खराब हो गई. वो मैदान पर 10 सकेंड के लिए बेहोश हो गए. उन्हें मैदान से तुरंत एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. ब्रोंकाइटिस के बढ़ने के बाद उनका इलाज किया गया.
इस मामले में राजस्थान रॉयल्स ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में देशपांडे पहले दिन वार्मअप कर रहे थे, तभी उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई. ये स्टेडियम अपनी ऊंचाई और कम ऑक्सीजन के स्तर के लिए जाना जाता है. देशपांडे की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद उनका जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेलना मुश्किल लग रहा था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और शानदार वापसी की.
तुषार ने की शानदार गेंदबाजी
जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैच के दौरान तुषार देशपांडे ने 35 ओवर तक गेंदबाजी की. इस दौरान उन्होंने 4 विकेट हासिल किए. मैच के बाद देशपांडे ने राजस्थान रॉयल्स से कहा, “ये हमारे लिए और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी एक महत्वपूर्ण मैच था. पिछले सीजन में जम्मू-कश्मीर ने हमें हरा दिया था और हम इस अभियान की शुरुआत शानदार तरीके से करना चाहते थे. ये मेरे लिए इसलिए भी बड़ी बात थी क्योंकि मैं डेढ़ साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहा था”.
उन्होंने बताया कि मैच से पहले वार्म-अप के दौरान मैं 10 सेकेंड के लिए पूरी तरह से खो गया था, लेकिन अपनी टीम के लिए ऐसा करने की इच्छाशक्ति ने मुझे अपनी बेचैनी से उबरने में बहुत मदद की. देशपांडेय आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हैं. अनुभवी बल्लेबाज और जम्मू- कश्मीर के कप्तान पारस डोगरा की रिकॉर्ड तोड़ 144 रनों की पारी दुर्भाग्य से बेकार गई. देशपांडे के लगातार दबाव भरे गेंदबाजी प्रदर्शन ने मुंबई को पहली पारी में 61 रनों की बढ़त दिला दी, जो एक महत्वपूर्ण मोड़ था और आखिर में उन्हें 35 रनों से मामूली जीत दिला दी. देशपांडे ने पिछले साल जिम्बाब्वे में भारत के लिए डेब्यू किया था और लगातार दो दिनों में इतने ही विकेट लिए थे.