सचिन और कोहली नहीं! ‘हमें गर्व होना चाहिए कि उसने भारत में जन्म लिया’, मुरली विजय का दिग्गज को लेकर बड़ा बयान

भारत के पूर्व ओपनर मुरली विजय ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह द्वारा रोपी गई विरासत की जमकर तारीफ की है. विजय ने धोनी के नैसर्गिक नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्हें अंतर्मन से फैसले लेने वाला शख्स बताया.

इसके लिए विजय ने साल 2007 में खेले गए टी20 विश्व कप के फाइनल में जोगिंदर शर्मा को सबसे आखिर में दिया गए ओवर का उदाहरण दिया. धोनी अगले सीजन में भी चेन्नई के लिए खेलने जा रहे हैं, तो मुरली विजय भी भारतीय पूर्व कप्तान के नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए करीब 8 साल आईपीएल में खेले.

पूर्व ओपनर ने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, ‘धोनी एक नैसर्गिक और एक खास लीडर हैं. आप इस तरह के व्यक्तित्वों का विकल्प नहीं खोज सकते. कोई भी अचानक से नहीं आकर वह नहीं कर सकता, जो एमएस कर रहे हैं. जिस तरह धोनी ने खेल पर प्रभुत्व स्थापित किया और खेल को स्वीकारा है, वह बताता है कि वह मजबूत व्यक्तित्व के धनी हैं. जिस अंदाज में धोनी ने छक्के लगाए हैं, मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कि कोई और दाएं हत्था बल्लेबाज ऐसा दायरा रखता है.’

धोनी के नैसर्गिक नेतृत्व का उदाहरण देते हुए मुरली विजय ने कहा, ‘साल 2007 विश्व कप के फाइनल में धोनी ने आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को दिया और हम जीते. इस ओवर को दिए जाने के पीछे कोई तर्क नहीं हो सकता क्योंकि वरिष्ठ हरभजन सिंह का एक ओवर बाकी था. लेकिन इस फैसले ने हमें कप जिताया और यह एक लीक से हटकर फैसला था.’ मुरली विजय का करियर साल 2028 में शुरू हुआ था, जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें नागपुर में गौतम गंभीर की जगह टीम में जगह दी गई थी. मुरली विजय ने करियर में 61 टेस्ट, 17 वनडे और 9 टी20 मैच खेले.

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