कहते हैं कठिन रास्ते अक्सर सबसे खूबसूरत मंजिल तक ले जाते हैं, और शेफाली वर्मा का जीवन इसका प्रमाण है. हरियाणा के रोहतक में जन्मी शेफाली ने बचपन से ही अपने पिता संजीव वर्मा के साथ क्रिकेट खेला, जिनके खुद के क्रिकेटर बनने के सपने अधूरे रह गए थे. एक समय उन्हें लड़की होने के कारण स्थानीय अकादमी में प्रवेश से वंचित कर दिया गया, जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें लड़के के रूप में दाखिला दिलवाने के लिए उनके बाल कटवा दिए.