नई दिल्ली. भारत ए और बांग्लादेश ए के बीच एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 में खेला गया सेमीफाइनल मैच लंबे समय तक याद रखा जाएगा. दोहा में हुए इस मैच में रोमांचक चरम पर था जिसे फैंस को नाखून चबाने पर मजबूर कर दिया.
टीम मैनेजमेंट के गलत फैसले की वजह से भारत फाइनल में पहुंचने से चूक गया. कोच सुनील जोशी और कप्तान जितेश शर्मा ने सुपर ओवर में वैभव सूर्यवंशी को नहीं उतारा जबकि वो डग आउट में छटपटाते रह गए. मायूसी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी.
एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 के पहले सेमीफाइनल में शुक्रवार को विजेता का फैसला सुपर ओवर के जरिए हुआ. 40 ओवर के खेल के बाद भी मैच का फैसला नहीं हो पाया. बांग्लादेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 194 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने भी 6 विकेट के नुकसान पर 194 रन ही बनाए. मैच सुपर ओवर में पहुंचा और कोच के एक फैसले ने भारतीय टीम के फाइनल का सपना तोड़ दिया.
सुपर ओवर में भारत ए को पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी और उन्होंने एक चौंकाने वाला कदम उठाया. सभी को हैरान करते हुए कप्तान जितेश शर्मा के साथ रामनदीप सिंह बल्लेबाजी करने उतरे. वैभव सूर्यवंशी जैसा पावर हिटर बाहर बैठा रहा. उनका चेहरा देखने से समझ आ रहा था कि वो इस फैसले से खुश नहीं थे. वैभव मैदान पर जाकर भारत के लिए मैच जीतना चाहते थे. पहली बॉल पर छक्का लगाने का हुनर रखने वाले युवा को कोच ने बाहर बिठाया और कप्तान जितेश को बल्लेबाजी करने भेज दिया.
वैभव सूर्यवंशी को नहीं मिली बल्लेबाजी
हद तो तब हो गई जब पहली बॉल पर कप्तान जितेश क्लीन बोल्ड हो गए और फिर भी कोच ने उनके आउट होने के बाद वैभव सूर्यवंशी को मैदान पर बल्लेबाजी करने नहीं भेजा. सुनील जोशी ने तीसरे नंबर पर बैटिंग करने के लिए अशुतोष शर्मा भेजा. शर्मनाक बात ये कि वो भी पहली बॉल पर आउट होकर वापस लौट गए. सुपर ओवर में 3 बल्लेबाज उतरते हैं और दो विकेट गिरने के बाद टीम ऑलआउट हो जाती है. वैभव सूर्यवंंशी मौका पाने के लिए छटपटाते रह गए लेकिन उनको उतरने नहीं दिया गया. जीत के लिए बांग्लादेश को 1 रन की जरूरत थी जो वाइड से मिली और टीम फाइनल में पहुंच गई.