कहते हैं सफलता मेहनत की दिवानी है. रणजी ट्रॉफी 2025 के प्लेट ग्रुप के मुकाबले के दौरान आकाश कुमार का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना भी उनके उसी दिवानेपन की कहानी है. क्रिकेटर बनने का ख्वाब तो स्कूली दिनों में ही देख लिया था. मगर उसे पूरा करने के लिए जो मेहनत उन्होंने किया और जो सपोर्ट उन्हें अपनी माता-पिता से मिला वो काबिलेतारीफ रहा. आकाश कुमार की मां टेलर हैं, जो कि दूसरों के कपड़े सिलने का काम करती हैं. वहीं पिता वेल्डिंग का काम करते हैं. मगर उन्होंने अपने बेटे को वो सारी सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कमी नहीं होने दी, जो उसे एक बेहतर क्रिकेटर बना सके.
माता-पिता ने किया खूब सपोर्ट- आकाश
आकाश कुमार चौधरी ने ANI से बातचीत में अपने मां-बाप के निभाए रोल का जमकर बखान भी किया है. उन्होंने कहा कि ज्यादा आमदनी नहीं होने के बाद भी उनके माता-पिता ने कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी. वो आज जहां हैं, उसमें उनके माता -पिता का बड़ा रोल है.
डेब्यू से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने तक
आकाश कुमार चौधरी ने मेघालय के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू साल 2019 में नागालैंड के खिलाफ मुकाबले में किया था. उन्होंने मेघालय का प्रतिनिधित्व लिस्ट ए और T20 फॉर्मेट में भी किया है. उनका लिस्ट ए डेब्यू सिक्किम के खिलाफ है जबकि T20 डेब्यू उन्होंने गुजरात के खिलाफ किया है.
आकाश कुमार के क्रिकेट करियर में काफी सारे उठा-पटक रहे हैं. अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ इतिहास बनाने से पहले आकाश कुमार ने फर्स्ट क्लास इनिंग की 10 पारियों में सिर्फ 2 अर्धशतक जड़े थे. इस दौरान 5 इनिंग में तो वो 20 रन भी नहीं बना सके थे. लेकिन, रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप में बिहार के खिलाफ अर्धशतक लगाने के बाद आकाश कुमार के लिए पूरी कहानी ही बदल गई.
13 साल पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा
अब अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 11 गेंदों पर जमाई फर्स्ट क्लास फिफ्टी ने उन्हें अलग पहचान दे दी है. 8वें नंबर पर उतरकर जो उन्होंने लगातार 8 छक्के मारे हैं, वो कमाल दुनिया के किसी और बल्लेबाज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में नहीं किया. उसके बाद 11 गेंदों पर फिफ्टी जमाकर उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 13 साल पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.
आकाश कुमार चौधरी की तमन्ना इंडिया खेलने की जरूर है. पर उनका कहना है कि वो उनके हाथ में नहीं. उनके हाथ में बस है गेंद और बल्ले से अच्छा परफॉर्म करना, जिसे वो आगे भी बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेंगे.