हॉन्ग कॉन्ग इंटरनेशनल सिक्सेस 2025 का खिताब पाकिस्तान की टीम के नाम रहा. पाकिस्तान ने फाइनल में कुवैत को एकतरफा अंदाज में हराया. इसी के साथ पाकिस्तान की टीम छठी बार ये टूर्नामेंट जीतने में कामयाब रही. दूसरी ओर कुवैत ने पहली बार हॉन्ग कॉन्ग सिक्सेस में हिस्सा लिया और वह फाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही. पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया पर सिर्फ 1 रन से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी और कुवैत ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को पछाड़ा था.
पाकिस्तान की तूफानी बल्लेबाजी
दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी की और वह एक बड़ा टोटल बनाने में कामयाब रही. पाकिस्तान ने 6 ओवर के मैच में 3 विकेट के नुकसान पर 135 रनों का बड़ा स्कोर बोर्ड पर लगाया. इस दौरान ओपनर अब्दुल समद ने 13 गेंदों पर 42 रनों की पारी खेली, जिसमें 2 चौके और 5 छक्के शामिल रहे. ख्वाजा नफे ने भी 6 गेंदों पर 22 रन बनाकर विस्फोटक शुरुआत दिलाई. इसके बाद कप्तान अब्बास अफरीदी ने 11 गेंदों पर 52 रनों की दमदार पारी खेलकर टीम को इस स्कोर तक पहुंचाया. दूसरी ओर कुवैत की ओर से मीत भावसार विकेट हासिल करने वाल इकलौते गेंदबाज रहे. उन्होंने कुल 3 विकेट चटकाए.
पाकिस्तान के आगे ढेर हुई कुवैत की बल्लेबाजी
इस बड़े टारगेट का पीछा करते हुए कुवैत ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वह लय को बरकरार नहीं रख सके. ओपनर अदनान इदरीस ने 8 गेंदों पर 30 रन ठोके. वहीं, मीत भावसार ने 12 गेंदों पर 33 बनाए. लेकिन इसके बाद कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका और पूरी टीम 5.1 ओवर में 92 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. जिसकी सबसे बड़ी वजह माज सदाकत की घातक गेंदबाजी भी रही. उन्होंने 2 ओवर में 29 रन खर्च करते हुए 3 विकेट चटकाए और पाकिस्तान की जीत तय कर दी.
बता दें, पाकिस्तान के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी. उसे अपने पहले ही मैच में भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इसके बाद उसने दमदार वापसी की और एक भी मैच हारे बिना खिताब तक का सफर तय किया. इसी के साथ पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को 6 बार जीतने वाला पहला देश भी बन गया. उनके अलावा इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका ने 5-5 बार खिताब को अपने नाम किया है.