एशिया कप 2025 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने ही जाल में फंसता नजर आ रहा है. भारत के खिलाफ मैच में हाथ न मिलाने को लेकर हुए विवाद के बाद पाकिस्तानी बोर्ड ने ICC से मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी. इसके साथ ही मांग न माने जाने पर PCB ने कथित तौर पर बॉयकॉट की धमकी भी दी थी. मगर सवाल ये है कि क्या पाकिस्तानी टीम सही में एशिया कप से अपना नाम वापस लेगी? अगर उसने ऐसा किया तो उसे करीब 141 करोड़ रुपये की चपत लग सकती है.
दुबई में 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के मैच में टॉस के दौरान और मुकाबला खत्म होने के बाद दोनों टीम के कप्तान और खिलाड़ियों ने आपस में हाथ नहीं मिलाए. इस पर पाकिस्तानी टीम ने पहले तो मैच रेफरी पायक्रॉफ्ट से टीम इंडिया की शिकायत की. फिर अगले दिन पाकिस्तानी बोर्ड ने पायक्रॉफ्ट की ही शिकायत सीधे ICC से कर दी. पाकिस्तान का आरोप था कि पायक्रॉफ्ट ने टॉस से पहले दोनों कप्तानों से हाथ न मिलाने को कहा था, जो ICC के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत खेल भावना का उल्लंघन था.
टूर्नामेंट का बहिष्कार करेगी पाकिस्तान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, PCB ने ICC को भेजी अपनी शिकायत में पायक्रॉफ्ट को उसके मुकाबलों से हटाने की मांग की थी और ऐसा न होने पर मैच के बहिष्कार की धमकी दी थी. मंगलवार 16 सितंबर को ICC ने उसकी ये मांग खारिज कर दी और रेफरी को हटाने से इनकार कर दिया. इससे ये सवाल खड़ा हो गया है कि ICC में हार मिलने के बाद क्या PCB मैच के बहिष्कार के अपने फैसले पर टिकी रहेगी? ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान का अगला मैच UAE से है और पायक्रॉफ्ट ही इसमें रेफरी हैं. पाकिस्तान अगर इस मैच को जीतेगा तो वो सुपर-4 स्टेज में पहुंचेगा और अगर उसे हार मिलती है तो टूर्नामेंट से पत्ता साफ हो जाएगा.
PCB के हाथ से निकल जाएंगे 141 करोड़
मगर टूर्नामेंट से हारने पर बाहर होना और बिना खेले ही बहिष्कार कर बाहर होने में फर्क है और ये फर्क PCB की कमाई पर पड़ सकता है. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की ब्रॉडकास्ट डील के तहत इस एशिया कप से पाकिस्तान को 12 से 16 मिलियन डॉलर यानि लगभग 141 करोड़ रुपये तक की कमाई हो सकती है. मगर टूर्नामेंट से बीच में ही नाम वापस लेने की स्थिति में उसके हाथ से ये कमाई छिन सकती है.रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर पाकिस्तानी बोर्ड ऐसा फैसला करता है तो ACC के अन्य सदस्य उसे पूरा हिस्सा दिए जाने का विरोध कर सकते हैं क्योंकि पाकिस्तानी टीम टूर्नामेंट में अपने पूरे मैच नहीं खेलेगी.
इतना ही नहीं, टूर्नामेंट का ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स ऐसी स्थिति में ACC को तय डील के तहत पूरा पैसा देने से इनकार कर सकता है क्योंकि पाकिस्तानी टीम के मैच न होने से ब्रॉडकास्टर की कमाई पर असर पड़ेगा. याद रहे कि ACC के अध्यक्ष इस वक्त PCB के चीफ और पाकिस्तान सरकार के मंत्री मोहसिन नकवी ही हैं. ऐसे में उनके रहते हुए ACC और PCB की कमाई पर असर पड़ना उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.